हरी सब्जियों के बढे दाम से आम आदमी परेशान, सब्जियाँ हुई किचन और थाली से गायब।

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लदनियां

मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र के हाटों एवं बजारों में सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी से घरेलू बजट गड़बड़ा गया है। टमाटर और प्याज की कीमत में तेजी के बीच हरी सब्जी की बढ़ी कीमत से खरीददारों की जेबें हल्की पड़ने लगी है।इन दिनों हरी सब्जियों की कीमत गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को निराश कर दिया है।

इससे घरेलू बजट पर असर पड़ा है। टमाटर का भाव सुन खरीदारों के चेहरे लाल हो रहे हैं। वर्तमान में कोई भी हरी सब्जी 40 रुपए से कम नहीं है। मंहगाई से थाली से हरी सब्जी गायब हो रही है।इन दिनों मांगलिक कार्यों पर विराम के बाद भी सब्जियों के कीमत में उछाल से खरीददारी करने वाले हतप्रभ हैं। फिलहाल गांव के हटिया से लेकर बाजार तक के सब्जी विक्रेताओं के पास झारखंड, बंगाल एवं नेपाल से मंगाई गई अधिकांश सब्जियां उपलब्ध है।
इस बाबत स्थानीय सब्जी विक्रेता राज कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में इस साल कम बारिश से सब्जियों के फसल का नुकसान हुआ है, जिससे अधिकांश सब्जियां अन्य राज्यों से मंगाई जा रही है।
मंडी में इन दिनों इन दरों पर मिल रही है। सब्जियां में टमाटर 100 रु प्रति किलो,
गोभी 140 रु प्रति किलो,
पत्ता गोभी 50 रुपए,परवल 70-80रुपए, करेला 80रुपए, बैंगन 40रुपए,आलू 34-36रुपए, खीरा 40रुपए,नेनूआ 50 रुपए प्रति पीस, भिंडी 40रुपए, शिमला मिर्च 140-160रुपए,प्याज 60 रुपए प्रति किलो है।

  • Sudhansu Kumar

    सुधांशू कुमार ( बिहार ब्यूरो ) शंखनाद टाइम्स। खबरों से समझौता नहीं।बिहार में हो रहे जातिवाद राजनीतिक से मैं खफा हूँ। समाज मे फैली हुई जाति वादी रूपी ज़हर को जड़ से दूर करने की मानसिकता के साथ,अपने लक्ष्य को अटल मानकर मैं पत्रकारिता में शामिल हुआ हूँ। जय बिहार,भारत माता की जय,जय सियाराम🙏। " सही लोग " " सही सोच " " समाज की आवाज़ " ✍️ खबरों से समझौता नही ✍️ 🇮🇳🚩

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