बिहार सरकार की निंदनीय नीतियों के कारण कर्मचारी,शिक्षक,विद्यार्थी तक जनमानस में शोक : कृष्ण कांत झा ‘गुड्डू’।

Share this

मधुबनी

बिहार कांग्रेस के पूर्व सचिव वरिष्ट कांग्रेस नेता कृष्ण कांत झा गुड्डू ने बिहार सरकार के नीतियों प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भर्त्सना की है। बिहार सरकार की निंदनीय नीतियों के कारण कर्मचारी,शिक्षक,विद्यार्थी तक जनमानस में शोक है। अपनी अकर्मण्यता के कारण सभी को परेशान करने में लगी है और तो और छठ,दीपावली,काली पूजा जैसे पर्व पे वेतन भोगियों को मजबूर करना कहाँ का न्याय है।


ऐसे निर्णय पर डबल इंजन के सनातनी और हिंदू जुवान बंद कर क्यों बैठे हैं। धनतेरस,दीपावली से पर्व की शुरुआत होती है। तीन दिनों तक काली पूजा होती है। काली माँ के विसर्जन उपरांत खरना से छठ की सुरुआत हो जाती और बिहार,यूपी में ये पर्व लगभग घरों में मनाया जाता है। बल्कि यहाँ के प्रवासी भाई बंधु जहां कहीं रहते हैं, वहाँ भी इसे बड़े धूमधाम से मनाते हैं।


फिर बिहार सरकार और उनके डवल इंजन की सरकार बताये आप बिहार वासियों के मानशिक शोषण को अपनी प्राथमिकता में अव्वल क्यों बनाये बैठे हैं। केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह बिहार में हिंदू सम्मान यात्रा पर हैं।सनातनी और हिंदू होने की नौटंकी उनकी जगज़ाहिर है, एक शब्द नहीं बोलते, आख़िर क्यों? मैं आप सभी मीडिया बंधुओं के माध्यम से सरकार से ये अपील करता हूँ कि राज्य के सभी कर्मचारी आपकी सरकार में सहयोगी हैं। इसलिये आप उनके साथ मानवता पूर्ण रबैया अपनाते हुये सात दिनों के अवकास की घोषणा करें। श्री झा ने आगे कहा की जिन शिक्षक कर्मचारियों को आप प्रताड़ित करते हैं, वे ही
सभी कर्मचारी शिक्षक पग-पग आपकी स्कीमों,योजनाओं और चुनाव का संचालन कराते हैं, ये गद्दी उन्हीं की देन है। आप नैतिक मूल्यों की अवमानना ना करें न्याय युक्त नीति से राज्य को चलाने की और ध्यान दें। वरना कांग्रेस आपको स्मार्ट मीटर की तरह ही स्थिर कर देगी, ये चेतावनी है, इस पर ध्यान दें।

  • Sudhansu Kumar

    सुधांशू कुमार ( बिहार ब्यूरो ) शंखनाद टाइम्स। खबरों से समझौता नहीं।बिहार में हो रहे जातिवाद राजनीतिक से मैं खफा हूँ। समाज मे फैली हुई जाति वादी रूपी ज़हर को जड़ से दूर करने की मानसिकता के साथ,अपने लक्ष्य को अटल मानकर मैं पत्रकारिता में शामिल हुआ हूँ। जय बिहार,भारत माता की जय,जय सियाराम🙏। " सही लोग " " सही सोच " " समाज की आवाज़ " ✍️ खबरों से समझौता नही ✍️ 🇮🇳🚩

    Related Posts

    आधुनिकता के दौर में पारम्परिक दिये को भूल रहे लोग, कुम्हारों को आजीविका के एकमात्र साधन पर संशय।

    खजौली आज के आधुनिकता की इस चकाचौंध में इलेक्ट्रॉनिक्स लाइटों के प्रति लोगों के झुकाव के कारण मिट्टी के दीये की मांग भले ही अब कम हो गई है, किन्तु…

    देशी कट्टा व चोरी की एक बाइक के साथ एक युवक गिरफ्तार, एक हुआ फरार।

    खजौली मधुबनी जिले की खजौली थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के खजौली बाजार के संतु चौक से पूरव स्थित एक मिठाई दुकान के पास से…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *