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मधुबनी
मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड क्षेत्र के मलमल दक्षिण गांव निवासी समाजसेवी एवं गणमान्य व्यक्ति हाफ़िज़ महबूब आलम(42) की शुक्रवार की रात ब्रेन हेमरेज होने से मौत हो गई। परिजनों के अनुसार उन्हें ब्लड प्रेशर की बीमारी थी और काफी दिनों से बीपी का ईलाज चल रहा था।
हाफ़िज़ महबूब आलम की मौत की खबर फैलते ही कलुआही प्रखंड व दूर-दूर से लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए मलमल पहुंचे और शोक संवादाना व्यक्त की। नजमुल हुदा ने बताया की महबूब आलम आसपास के गांव में काफी लोकप्रिय व्यक्ति थे और कहीं भी कोई बड़ी समस्या होती थी, तो समस्या के समाधान हेतु उन्हें पंचों के बैठक में पंचायत के लिए बुलाया जाता था।
उनकी मौत के बाद पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। मृत्यु की ख़बर सुन पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद, पूर्व विधायिका बेनीपट्टी भावना झा ने महबूब आलम के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वो एक अच्छे समाजसेवी थे। उनके चले जाने से छेत्र में ग़म का माहोल है। ऊपर वाला उनकी आत्मा को शांति दे। शनिवार की दोपहर मलमल मदरसा शाश्मे-फ़ैज़ मदरसे के प्रांगण में उनके जनाज़े की नमाज़ पढ़ी गई मदरसे के निकट ही फुलवारी कब्रिस्तान में उनका कफन दफन किया गया। प्रखंड एवं दूर दराज से सैकड़ों की संख्या में लोग जनाज़े की नमाज़ शरीक हुए और नमाज़ पढ़ी और दफ़न (मिट्टी) देने के बाद उनके मगफिरत की दुआ की।
इस मौके पर राजद प्रखंड अध्यक्ष गुलज़ार अहमद, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष शकील अहमद, मिसरी लाल यादव, कांग्रेस प्रखंड युवा अध्यक्ष फ़ुजैल अहमद, नवीन अहमद वकार अहमद, फैज़ अहमद, सनाउल्ला समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे।