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बाबूबरही
मुस्लिमो में मंसूरी समाज की एक बड़ी आबादी होने बाद भी हमे वह सम्मान नही मिलता है, जो दूसरे समाज के लोगो को मिलता है। जिसका मुख्य कारण है तालीम के साथ-साथ हम अपनी सियासी पहचान को भी मोहताज है। इसलिए मंसूरी समाज तमीम के साथ-साथ सियासत के मैदान में भी अपनी मजबूत पकड़ बनानी होगी, यही वक्त की जरूरत है।
उक्त बात जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूपी एग्रो के पूर्व चैयरमैन, पूर्व राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार जावेद इकबाल मंसूरी ने जिले के बाबूबरही प्रखंड के बरदाही पंचायत में प्रदेश अध्यक्ष अजीम मंसूरी के अध्यक्षता में आयोजित मंसूरी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ बिहार ही नही पूरे देश मे मंसूरी समाज की बड़ी आबादी, जिन्हें अलग अलग प्रदेशों में अलग-अलग नामो से भी जाना जाता है। अजीम मंसूरी ने कहा कि इस सम्मेलन का मकसद मंसूरी समाज मे सामाजिक,आर्थिक,तालीमी,राजनैतिक मुद्दों पर विचार और सभी मे समाज की मजबूत भागीदारी कैसे हो, साथ ही सभी जिलों में जमीअतुल मंसूर संगठन को मजूबत और संगठित करना है।
इस मौके पर कई लोग मौजूद थे।