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जनकपुर/अयोध्या
दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से निकलने वालीं झांकियां होती हैं, जिनमें भगवान श्रीराम के जीवन से संबंधित कई प्रसंगों का चित्रण होगा। रामलला के राज्याभिषेक का भी सजीव चित्रण होगा। साकेत महाविद्यालय के परिसर से आकर्षक परिधान में सजे भगवान राम अपनी अर्धांगिनी माता जानकी के साथ पुष्पक विमान में सवार होंगे और नयाघाट स्थित रामकथा पार्क में सजे मंच पर उतरेंगे।
उनकी अगुवानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न देशों से आए राजनयिक और केंद्र व प्रदेश सरकार के कई मंत्री करेंंगे। इसके उपरांत मुख्यमंत्री द्वारा प्रभु श्रीराम व मां सीता जी की आरती की जाएगी, फिर राज्याभिषेक का कार्यक्रम संपन्न होगा। उधर, राज्याभिषेक के लिए भगवान के जाते ही पूरा अयोध्याधाम खुशियों से सराबाेर दिखने लगेगा। साकेत महाविद्यालय से निकलने वालीं 17 झांकियों के पीछे विभिन्न तरह के मनमोहक परिधान में सजे अलग-अलग देशों के कलाकार नृत्य करते हुए अयोध्याधाम तक पहुंचेंगे। यहां राम की पैड़ी पर मुख्य आयोजन होगा। पैड़ी सहित विभिन्न सरयू घाटों पर 25 लाख दीये प्रज्वलित किए जाएंगे। इसके लिए इस बार 55 घाटों को चिह्नित किया गया है। घाटों पर दीये सजाने, इनमें तेल व बाती डालने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों और डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के लगभग तीस हजार स्वयंसेवक व विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर दिया गया है। दीपोत्सव का पहला दीपक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रज्वलित किया जाएगा। इसके साथ ही सभी दीयों को प्रज्वलित किया जाना शुरू होगा। कुल पच्चिस लाख दीये जलाकर पिछले वर्ष में बने गिनीज बुक आफ रिकार्ड को तोड़ा जाएगा। नया रिकार्ड बनाने के लिए घाटों पर कुल 28 लाख सजाए जाएंगे। बीते वर्ष 2023 के दीपोत्सव में 22 लाख 23 हजार दीयों के एक साथ प्रज्वलन का रिकार्ड बना था। इसके पूर्व के दीपोत्सव में वर्ष 2022 में 15.76 लाख, वर्ष 2021 में 9.41 लाख, वर्ष 2020 में 6.06 लाख, वर्ष 2019 में 4.04 लाख, वर्ष 2018 में 3.01 लाख और वर्ष 2017 में 1.71 लाख दीये प्रज्वलित कर प्रतिवर्ष नया कीर्तिमान रचा गया है। इस वर्ष का रिकार्ड दर्ज करने के लिए गिनीज बुक आफ रिकार्ड की टीम आ चुकी है।