पटना जिले में अपराध के मामले लगातार बढ़े।

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पटना जिले में अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ष 2024 में जनवरी से नवंबर तक हत्या, लूट, डकैती और चोरी की घटनाओं में काफी वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से, जमीन संबंधी विवादों के कारण हत्याओं में इजाफा हुआ है और शहरी इलाकों में चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं।

राज्य में जमीनी विवाद सबसे अधिक 210 हत्याएं हुई है। वहीं शहरी इलाकों में सबसे अधिक चोरी की घटना सामने आई है।

जानकारी अनुसार पटना जिले में 2024 जनवरी से नवंबर तक लगभग 218 हत्याएं। लगभग 137 मामले लुट, लगभग 33 डकैती के, गृह भेदन की 1546 और वाहनों के चोरी के 3048 घटनाएं घटी है। पटना जिला में 4 एसपी हैं। इसमें पूर्वी क्षेत्र में पिछले 11 महीने में हत्या ,लुट ,डकैती,गृह भेदन,छिनतई और वाहनों की चोरी की घटनाएं सबसे अधिक हुई है। जहां लगभग 80 हत्या,16 डकैती,40 लुट व छिनतई,1420 वाहनों की चोरी के मामले सामने आए हैं।

इस वर्ष 2024 में हुए मामलों को देखे तो घटनाओं में पकड़ में आए अपराधियों के प्रतिशत 70 है। वहीं 20 प्रतिशत मामलों में अपराधी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है। 10 प्रतिशत ऐसे मामले हैं जिसमें पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस के मुताबित आदतन अपराधी गिरफ्तार कर जेल भेजे जाते है, कुछ दिनों में वे बेल पर बरी होकर बाहर आ जाते हैं और फिर घटनाओं को अंजाम देते हैं।

अबतक पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कई घटनाएं जिसमें सख्त कार्रवाई पुलिस की ओर से हुई हैं। 2024 में जनवरी से अक्टूबर तक पटना में हत्या और डकैती के 70%, वाहन चोरी 20%, गृह भेदन के 10% और लुट व छिनतई के 30%मामलों का ही खुलासा हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि इस वर्ष पटना मध्य एसपी में 22, ग्रामीण एसपी में 48 ,पश्चिमी एसपी में 1140 गृह भेदन के लगभग मामले दर्ज हुए हैं।

बिहार में 2024 वर्षों के दौरान हत्या की दरों में कमी आई। बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट में बतलाया गया था कि वर्ष 2018 में 2933 हत्या के मामले दर्ज किए गए थे। 2022 में 2929 एफआईआर और 2023 में 2844 एफआईआर दर्ज हुए। जिसमें 72. 2 फीसदी हत्या के मामले निजी कारणों से हुई। जिसमें जमीन सहित अन्य कारणों से उपजा विवाद,प्रेम प्रसंग, अवैध संबंध के ज्यादातर मामले थे। 2022 में 2930 हत्या की घटना हुई जिसमें 804 हत्याएं निजी विवाद, 980 विवाद, 132 अवैध रिश्ते और 171 प्रेम प्रसंग में होने की बात मुख्यालय रिपोर्ट से दी गई थी। एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ हत्या के मामले में बिहार का स्थान देश में 14 वां और सभी तरह के अपराध में 21 वां स्थान रहा। फिलहाल इस वर्ष 2024 के अपराधिक मामलों के आंकड़े जारी होना बाकी है जिसमें पता चल पाएगा कि इस वर्ष बीते वर्ष की अपेक्षा अपराध में कितनी कमी आई है।

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