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जन अधिकार पार्टी (लो) ने बिहार विधान सभा में एनडीए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर नगर बनाने की घोषणा जनता की आँखों में धूल झोंकने वाला फैसला बताया. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि डबल इंजन की सरकार जनता के आँखों में धूल झोंकने का काम कर रही है.
इस सरकार को पहले ये बताना चाहिए कि आदर्श ग्राम का क्या हुआ, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था. क्या प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में कोई आदर्श ग्राम बना? डबल इंजन की सरकार प्रदेश में स्मार्ट सिटी बनाने में लगे थे, महज एक हलकी बारिश में विधान सभा से लेकर अस्पताल में पानी भर जा रहा है, उसके समाधान के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है और बात मोदी – नीतीश नगर की कर रहे हैं. क्या यह लूट की कोई अनोखी प्लानिंग है ? राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि हम सरकार से पूछना चाहते है कि क्या मोदी नगर और नीतीश नगर बनने से बिहार के आमजनों से जुड़े समस्याओं का समाधान हो जायेगा ? क्या पलायन रुकेगा ? क्या शिक्षा चिकित्सा में सुधार होगा ? क्या बाढ़ और भ्रष्टाचार में सुधार होगा ? क्या कमाई और दवाई मिलेगी ? क्या महिला सुरक्षा सशक्त समाज बनेगा ? गरीबों के नाम पर ये सरकार आखिर कब तक मक्कारी करेगी? गरीबों के लिए हर बार 3 डेसिमिल जमीन देने की बात भी हवाहवाई है.
बल्कि सरकार की मंशा सिर्फ जनता को बेवकूफ बनाने की है. आज बिहार को मोदी या नीतीश नगर की नहीं स्कूल, विश्वविद्यालय, रोजगार के अवसर, कृषि हेतु पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं, इत्यादि की जरूरत है. इस लिए ध्यान भटकाने से बेहतर है कि सरकार बुनयादी मुद्दों पर काम करे और जनता को बेवकूफ बनाना बंद करे.