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पंकज कुमार /पालीगंज : पालीगंज/ मंगलवार को बच्चों की शिकायत पर प्रखंड क्षेत्र के समदा गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय पहुंचे विद्यालय अध्यक्ष सह स्थानीय वार्ड सदस्य को प्रधान शिक्षक ने धौस जमाते हुए बोला कि ” ज्यादा बोलोगे तो कनवा उखाड़ लेंगे।”
जिससे आक्रोशित ग्रामीणों व अविभावकों ने विद्यालय पहुंचा व 10 वर्षों से जमे प्रधान शिक्षक को विद्यालय से हटाने व अन्य अनुमस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया।
जानकारी के अनुसार पालीगंज प्रखण्ड क्षेत्र के समदा गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक से लेकर कक्षा पांच तक शिक्षण कार्य होती है। जहां कुल 140 छात्र छात्राएं नामांकित है।
जबकि शिक्षकों की कुल संख्याएं 3 है। वही मंगलवार को कुछ बच्चे पढ़ने के लिए सुबह नौ बजे विद्यालय पहुंचा। जहां 10 बजकर 30 मिनट तक विद्यालय नही खुलने पर बच्चे घर लौटने लगा।
रास्ते मे विद्यालय अध्यक्ष सह स्थानीय वार्ड सदस्यपति धर्मचंद कुमार ने बच्चों से स्कूल नही खुलने की जानकारी पाकर विद्यालय पहुंचा।
जहां उन्होंने विद्यालय के प्रधान शिक्षक सन्तोष कुमार को स्कूल का दरवाजा खोलते पाया। जब वार्ड सदस्यपति ने समय से विद्यालय खोलने की बात प्रधान शिक्षक से बोला तो शिक्षक ने धौस जमाते हुए वार्ड सदस्य को कहा की ज्यादा बोलोगे तो कनवा नोंच (उखाड़) लेंगे।
जिसकी सूचना पाकर सैकड़ो ग्रामीण व अविभावक विद्यालय पहुंच गए व जमकर हंगामा करने लगे। वही उन ग्रामीणों के द्वारा सूचना दिए जाने पर अमृत वर्षा अखबार के संवाददाता वेद प्रकाश व जन अखबार के संवाददाता पंकज कुमार 11 बजकर 45 मिनट पर विद्यालय पहुंचा।
जहां शौचालय ध्वस्त व एमडीएम का रसोई घर बन्द पाया साथ ही बच्चों की उस्थिति मात्र 20 थी। जबकि शिक्षकों की उपस्थिति मात्र 1 थी। इसकी सूचना ग्रामीणों व अविभावकों ने पालीगंज प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी सरस्वती पांडेय को भी मोबाइल के माध्यम से दी।
हंगामा कर रहे अविभावकों व ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय किसी भी दिन समय से नही खुलती है। सप्ताह में कभी कभी ही एमडीएम बनती है वह भी गुणवत्तापूर्ण नही होती है।
शिक्षक मनमाने ढंग से कभी कभार विद्यालय पहुंचते है। जब पहुंचते भी है तो वे आपस मे बैठकर बाते करते रहते है या मोबाइल चलाते रहते है। जिसके कारण मजबूर होकर हमलोग बच्चों को निजी विद्यालयों में भेजते है। वही छोटे बच्चों ने बताया कि भोजन कभी कभार कम मात्रा में मिलता भी है तो उसमें हमेशा कीड़े तथा कंकड़ मिलता है।
शिक्षक कुछ पढ़ाते भी नही है। जबकि विद्यालय अध्यक्षपति सह वार्ड सदस्यपति धर्मचंद कुमार ने बताया कि जब हम कान उखाड़ लेने की बात कही जा सकती है तो अन्य अविभावकों के साथ प्रभारी की ब्यवहार क्या होगी अनुमान लगाया जा सकता है। वही उन ग्रामीणों तथा अविभावकों ने 10 वर्षों से जमे विद्यालय के प्रधान शिक्षक सन्तोष कुमार को हटाने व अन्य अनुपस्थित शिक्षकों के ऊपर कार्यवाई करने की मांग पदाधिकारियों से किया है।
वही पूछे जाने पर प्रधान शिक्षक सन्तोष कुमार ने बताया कि मेरे सहित विद्यालय में नीलम कुमारी व तलतआरा खानम नामक दो शिक्षिकाए है जो विद्यालय नही पहुंची है। उन दोनों ने मोबाइल के माध्यम से कोरोना वैक्सिनेशन करवाने जाने की बात बताई है। वही उन्होंने राशन नही होने के कारण एमडीएम बन्द होने तथा शौचालय की स्थिति वर्षों पूर्व से खराब होने की बात बताया है।
जबकि कनवा उखाड़ लेने की शिकायत के बारे में बताया की यह अन्य मुद्दों को लेकर रिएक्शन है। वही पालीगंज प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी सरस्वती पांडेय ने बताई की मामले की जांच के बाद दोषी शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाएगी।