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पटना /प्रसिद्ध यादव की रिपोर्ट
सांसद व पूर्व उप मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन!
दियारा के दर्द को समझे सरकार – सनोज यादव।
2017 के पहले दानापुर के दियारा के 6 पंचायत कोर्ट कचहरी ,डीएसपी कार्यालय दानापुर में ही था,लेकिन अब तीन पंचायत कासिम चक,पानापुर और कासिम चक पंचायत का कोर्ट कचहरी दानापुर से हटकर सोनपुर और छपरा चला गया।
दियारा से दानापुर की दूरी 10 किमी थी, लेकिन अब सोनपुर और छपरा की दूरी क्रमशः करीब 30 किमी और 45 किमी हो गया।
विधानसभा, प्रखंड दानापुर और लोकसभा पाटलिपुत्र ही है। ऐसा करने से सरकार को क्या लाभ हुआ वो सरकार ही जानें,लेकिन तीनों पंचायत के लोग बन डमरू बन गए हैं।
जो काम दो घंटे में 100 रुपये के खर्च में होता था अब वही काम दिनभर और 1000 रुपये में होता है। बदलते समय में थाना, जिला,अनुमंडल लोगों के नजदीक होता जा रहा है, लेकिन दानापुर दियारा के साथ उल्टा हो रहा है।यथास्थिति से बदस्थिति में लाकर छोड़ दिया।
ऐसा करते समय क्षेत्रवासियों से राय ,सलाह भी नहीं लिया गया और सीधे तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया है। दियारा में रहना सबके वश की बात नहीं है।एक खास समुदाय, वर्ग के लोग ही ज्यादा रहते हैं।
यहां की जीवन कठिनाइयों, समस्याओं भरा होता है। यहां जीवट प्राणी ही रह सकते हैं।यही कारण है कि नए पीढ़ी के लोग पलायन कर शहरों में ठिकाना ढूंढ रहे हैं।
भाजपा नेता सनोज यादव पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी से मिलकर दियारा की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने दानापुर दियारा के तीन पंचायत को पटना में शामिल करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि दानापुर दियारा के कासिमचक, पानापुर और मानस पंचायत को छपरा से जोड़ दिया गया है। इस कारण यहां के लोगों को छपरा जाने में काफी परेशानी होती है। विकास का काम भी ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने इस दिशा में पहल करने का आश्वासन दिया।
इससे पूर्व विगत वर्ष सनोज यादव सांसद रामकृपाल यादव के साथ मुख्यमंत्री से इस संबंध में मिले थे लेकिन अब देखना है कि कब दियारा के तीनों पंचायत दानापुर में जुटता है।