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आईसीआईसीआई बैंक ने आज घोषणा की कि उसने भारतीय निर्यातकों और आयातकों को भारतीय रुपए (आईएनआर) में निर्यात-आयात लेनदेन का भुगतान करने और निपटाने में सक्षम बनाने के लिए रुपी वोस्ट्रो खाते की सुविधा उपलब्ध कराई है।
यह खाता भारतीय निर्यातकों और आयातकों के लिए विदेशी मुद्रा जोखिम को कम करता है, क्योंकि वे अपने लेनदेन के चालान, भुगतान और निपटान के लिए भारतीय रुपए का उपयोग कर सकते हैं।
यह पहल भारत की विदेश व्यापार नीति 2023 के अनुरूप है। साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक के उस फ्रेमवर्क के अनुसार भी है, जिसमें कारोबारी अपने निर्यात/आयात के चालान, भुगतान और निपटान अमेरिकी डॉलर, यूरो और अन्य मुद्राओं के अलावा रुपए में भी कर सकते हैं।
भारत में ऑथोराइज्ड डीलर (एडी) बैंक भारतीय रुपए में व्यापार लेनदेन की सुविधा के लिए एक भागीदार व्यापारिक देश के प्रतिनिधि बैंक/बैंकों के रुपी वोस्ट्रो खाते खोल सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक के पास यूएसए, कनाडा, यूएई, सऊदी अरब, यूके, जर्मनी और मलेशिया सहित 29 देशों में प्रतिनिधि बैंकों के 100 से अधिक रूपी वोस्ट्रो खाते हैं।
बैंक की इस पहल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए श्री सुमित संघई, हैड-लार्ज क्लाइंट्स ग्रुप, आईसीआईसीआई बैंक ने कहा, ‘‘रुपए में विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के कदम के अनुरूप, आईसीआईसीआई बैंक भारतीय निर्यातकों और आयातकों को भारतीय रुपये में अपने अंतरराष्ट्रीय व्यापार लेनदेन को निपटाने के लिए रूपी वोस्ट्रो खाते की पेशकश कर रहा है। आईसीआईसीआई बैंक के पास यूएसए, कनाडा, यूएई, सऊदी अरब, यूके, जर्मनी और मलेशिया सहित 29 देशों में प्रतिनिधि बैंकों के 100 से अधिक रूपी वोस्ट्रो खाते हैं और इस तरह बैंक की मजबूत मौजूदगी है। चूंकि ये देश भारत के अधिकांश निर्यात/आयात गलियारों को कवर करते हैं, इसलिए भारतीय निर्यातक और आयातक भारतीय रुपए में अपने व्यापार लेनदेन को आसानी से व्यवस्थित कर सकते हैं, और भारतीय वैश्विक व्यापार के विकास को बढ़ावा देने और भारतीय रुपए में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। निर्यात-आयात भारत के आर्थिक विकास में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है। हमें विश्वास है कि हमारी इस पहल से हमारे निर्यातकों और आयातकों के लिए विदेशी मुद्रा विनिमय जोखिम कम होगी और इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार निपटान में तेजी लाना भी संभव हो सकेगा।’’
आईसीआईसीआई बैंक के रूपी वोस्ट्रो खाते का लाभ उठाने के लिए निर्यातक और आयातक के लिए आसान कदम-
•भारतीय रुपए में चालान तैयार करें- भारतीय रुपए में चालान स्वीकार करने के लिए व्यापार काउंटर पार्टियों से संपर्क करें।
•प्रतिपक्ष के बैंक के रुपी वोस्ट्रो खाते की उपलब्धता की जाँच करें- प्रतिपक्ष के बैंक नामों की जाँच करें। काउंटर पार्टी के बैंक के लिए आईसीआईसीआई बैंक में वोस्ट्रो खाते की उपलब्धता के लिए आईसीआईसीआई बैंक के खाता प्रबंधक/कॉर्पाेरेट इकोसिस्टम शाखा/ट्रेड डेस्क से पुष्टि करें।
•व्यापार का निपटान- यदि आईसीआईसीआई बैंक में कोई मौजूदा वोस्ट्रो खाता है, तो भारतीय रुपए में व्यापार का निपटान करें और विदेशी प्रतिपक्ष से/को भुगतान प्राप्त करें/भेजें।
रूपी वोस्ट्रो खाता सुविधा के अलावा, बैंक आयात-निर्यात लेनदेन संबंधी हर चरण में डिजिटल समाधानों की सबसे व्यापक रेंज प्रदान करता है। इसमें कुछ ऐसी सुविधाएं भी शामिल हैं, जो इंडस्ट्री में सबसे पहले पेश की जा रही हैं, जैसे- ट्रेड ऑनलाइन, निर्यात-आयात लेनदेन के लिए बैंक का प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म; ट्रेड एपीआई, जो ग्राहकों के ईआरपी सिस्टम से सीधे सीमा पार व्यापार लेनदेन को सुचारू रूप से संभालने में सक्षम बनाता है,
जिससे अधिक सुविधा मिलती है; लैटर्स ऑफ क्रेडिट के लिए ई-एलसी, निर्यात वित्त के तत्काल संवितरण के लिए निर्यात पैकिंग क्रेडिट (इंस्टा ईपीसी)। इसके अलावा, बैंक का ट्रेड इमर्ज प्लेटफॉर्म विभिन्न बैंकिंग और बैंकिंग सेवाओं से परे एक कॉम्प्रिहेंसिव डिजिटल सूट प्रदान करता है। इसमें शामिल हैं- बिजनेस इनकॉर्पोरेशन से लेकर आखिर तक पूरी सुविधा, रेग्युलेटरी गाइडलाइंस,
पार्टनर डिस्कवरी, लॉजिस्टिक और कार्गो ट्रैकिंग। इसके अतिरिक्त, बैंक निर्यात और आयात संबंधी लेनदेन के लिए एक्सचेंज अर्नर्स फॉरेन करेंसी अकाउंट (ईईएफसी) और करंट अकाउंट जैसे वन ग्लोब ट्रेड अकाउंट (ओजीटीए) जैसे व्यापार खाते भी प्रदान करता है।