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मधुबनी में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जुलूस महासंघ कार्यालय मधुबनी से जिला पदाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन आयोजित हुई।
इस सभा की अध्यक्षता आनंद मोहन चौधरी ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी महासंघ के जिला महामंत्री गणपति झा ने कहा कि पीएफआरडीए कानून को रद्द करते हुए पुरानी पेंशन बहाल करने,पुरानी पेंशन बहाली करने वाले राज्यो के एनपीएस में जमा अंश दान को वापस करते हुए इपीएस 95 के सभी लोगों को पुरानी पेंशन के दायरे में लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने ठेका कर्मियों को नियमित करते हुए ठेका, संविदा, आउटसोर्स, दैनिक वेतनभोगी भर्ती पर रोक लगाने, खाली पदों पर नियमित भर्ती करने की मांग किए,निजीकरण/ निगमीकरण पर रोक लगाई जाए, पांच साल में एक बार पे रिविजन करना सुनिश्चित किया जाए, पेंशनभोगियों एवं संविदाकर्मियों को कैशलेश उपचार सहित स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने की मांग किया।
सभा को संबोधित करते हुए आनंद मोहन चौधरी ने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को वापस लेने, संविधान के अनुच्छेद 310,311(2) ए,बी एवं सी को निरस्त किया जाए और नये तीन अपराधी कानून वापस लेने की मांग किया। संविधान में धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने की जरूरत है और साम्प्रदायिकता से निपटने के लिए कड़ाई से रोकने के लिए ठोस नीति निर्माण किया जाए।
आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर दस लाख किया जाए।
इस सभा को रमण प्रसाद सिंह,प्रदुम्न झा,राजेन्द्र यादव,चंदन कुमार,अजीत सिंह,विजय कुमार,किशोर यादव,राजेंद्र कुमार सिंह,श्याम नारायण सिंह,मुक्ति लाल चौधरी,राधा देवी,मीरा कुमारी, सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
यह प्रदर्शन आज पुरे भारत में जिला मुख्यालय पर आयोजित की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री को दस सुत्री मांग जिला पदाधिकारी मधुबनी के माध्यम से मांग सौंपा गया।