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- फाइलेरिया के फोर्थ स्टेज या उससे ऊपर के मरीजों को ही मिलेगा योजना का लाभ
- प्रतिमाह मिलेगी 400 रूपये की सहायता राशि
फाइलेरिया से पीड़ित बीस मरीजों का मेडिकल बोर्ड के द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें बारह मरीज फोर्थ स्टेज या उससे ऊपर के थे, जिन्हे योजना के लाभ के रूप में 400 रूपये की सहायता राशि प्रतिमाह दी जाएगी। कार्यक्रम का आयोजन रहिका टीपीसी भवन में किया गया।
रहिका प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शंकर कुमार ने बताया कि फाइलेरिया (हाथी पांव) से ग्रसित मरीज को सात श्रेणी में बांटा गया है। चौथी श्रेणी या चौथी श्रेणी से ऊपर के मरीजों को ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर योजना का देने का प्रावधान है। वैसे मरीज मरीज किसी भी नजदीकी सीएसएसी सेंटर पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या अपने निकटवर्ती अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं।
उसके बाद मेडिकल बोर्ड के द्वारा जांच कर दिव्यांगता प्रतिशत दिया जाता है, जिसके आधार पर उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। डॉक्टर कुमार ने बताया कि आमतौर पर फाइलेरिया के दो तरह के मरीज होते हैं, जिसमें एक हाथी पांव तथा दूसरा हाइड्रोसील के मरीज होते हैं। हाइड्रोसील के मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन फाइलेरिया क्लीनिक में किया जाता है।
इन्हे दिया गया प्रमाण पत्र :
जांच शिविर में मेडिकल बोर्ड के द्वारा गीता देवी, खुशबू देवी,विनोद कुमार दास, जानकी देवी, किरण कुमारी, हीरा लाल राम,ललन मंडल, सुनीता देवी, अनवरी वेगम,फूलो देवी, लालो देवी, मंजरी खातून, असलम हजाम,समीम हजाम, पार्वती देवी,शुभी खातून, रोशन कुमार, फुल देवी, फूलवती देवी को प्रमाण पत्र दिया गया।
जिले में 1563 फाइलेरिया मरीज चिन्हित :
विदित हो की जिले में स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक फाइलेरिया के 1563 मरीज सामने आए हैं, जिसमें अनुमानित 100 से 150 मरीज ऐसे हैं, जो चौथी श्रेणी या चौथी श्रेणी से ऊपर के हैं। ऐसे मरीजों की खोज की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे मरीजों को खोजने में विभाग को सहयोग करें।
इस मौके पर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विभव पांडे, डॉ शशि शेखर व भीबीडीएस राकेश रंजन सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।