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बीएसएनएल ने विगत मई माह से राज्य में स्वदेशी तकनीक एवं उपकरणों के माध्यम से सम्पूर्ण स्वदेशी फोर-जी मोबाइल सेवा की शुरुआत की थी. अब तक बीएसएनएल ने अपने निर्धारित लक्ष्य पर तीव्रता से कार्य करते हुए लगभग ढाई हजार फोर-जी उपकरण स्थापित कर दो हजार साइटों को आन एयर कर दिया है, जो बिहार राज्य के सभी जिलों में चालू हुए हैं.
दूरसंचार सेवा से अच्छादित नहीं थे 200 गांव
बिहार के लगभग दो सौ से अधिक गांव जो दूरसंचार सेवा से अच्छादित नहीं थे, ऐसे दो सौ गांवों में भी फोर-जी मोबाइल सेवा चालू कर दी गई है. ये गांव रोहतास, कैमूर, गया, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर और जमुई जिलों में फैले हुए हैं, जिन्हें चौहत्तर मोबाइल उपकरणों से 4जी सेवा प्रदान की जा रही है. इन टावरों के चालू हो जाने से बिहार के संपूर्ण हिस्से में 4जी सेवा अब सुगम हो गयी है.
केक काटकर हुआ उद्घाटन
2000 बीटीएस को आन एयर करने के उपलक्ष्य में बीएसएनएल बिहार परिमंडल के द्वारा केक कटिंग कार्यक्रम हुआ. इस अवसर पर बिहार दूरसंचार परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक रविन्द्र कुमार चौधरी, प्रधान महाप्रबंधक शंकर प्रसाद, प्रधान महाप्रबंधक जगदीष चन्द्रा, आरके सिंह, महाप्रबंधक अली, अनिमेष कुमार, सुनील कुमार, सुशील कुमार चौधरी भी थे.
10,000 4जी साइट्स की स्थापना
बीएसएनएल ने हाल ही में 10,000 4जी साइट्स की स्थापना की है, जिससे देश भर में इसकी 4जी सेवाओं का विस्तार हुआ है. यह टावर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी में सुधार करने में मदद करते हैं. बीएसएनएल की स्थापना 15 सितंबर 2000 को हुई थी, जब भारत सरकार ने दूरसंचार विभाग को एक स्वतंत्र कंपनी में परिवर्तित किया था.