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बेंगलुरु में बिहार के समस्तीपुर के रहनेवाले एक AI इंजीनियर ने आत्महत्या कर ली है।
मृतक युवक की पहचान 34 वर्षीय अतुल सुभाष के रूप में हुई है जो कि बेंगलुरु सिटी में महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में डीजीएम के पद पर कार्यरत थे।
वहीं उन्होंने ने 9 दिसंबर को 1:20 घंटे का वीडियो और 24 पेज का लेटर जारी कर पत्नी, सास, साले और चचेरे ससुर को मौत का जिम्मेदार बताया है। अतुल सुभाष की मौत के बाद उनका उनका परिवार सदमे में है।
उनकी मां-पिता, भाई हर किसी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है।
“इंसाफ न मिलने पर अस्थियों को गटर में बहा देना”
अतुल सुभाष अपने सुसाइड नोट में लिखा था मैं पैसे देने मना करता हूं और मौत को चुनता हूं।
मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे पैसे का इस्तेमाल विरोधी मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित करने के लिए करें। सुभाष ने मांग की कि उनकी मौत के बाद पत्नी और उसके परिवार को उनके शव के पास जाने की अनुमति न दी जाए।
उन्होंने वीडियो में अपने परिजनों से कहा कि जब तक उनका कथित उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिल जाती तब तक वे उनकी अस्थियों का विसर्जन न करें।
सुभाष ने न्याय की मांग करते हुए अपने परिजनों से आग्रह किया कि यदि उसका उत्पीड़न करने वालों को दोषी नहीं ठहराया जाता है तो वे उसकी अस्थियों को अदालत के बाहर गटर में फेंक दें।
“बच्चे का लालन-पालन मेरे माता-पिता को सौंपा जाए”
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सुभाष का अपनी पत्नी के साथ वैवाहिक कलह था।
अधिकारी ने बताया कि सुभाष ने अपना सुसाइड नोट कई लोगों को ईमेल के जरिए भेजा तथा उसे एक व्हॉट्सऐप समूह पर भी साझा किया था, जिससे वह जुड़ा हुआ था।
सुभाष ने सुसाइड नोट में आग्रह किया कि उसके बच्चे का लालन-पालन उसके माता-पिता को सौंपा जाए। सुभाष ने सुसाइड नोट में बताया कि 2019 में उसने शादी की थी और अगले साल उसका एक बेटा हुआ।