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जमुई :- कृषि विज्ञान केंद्र जमुई द्वारा चकाई प्रखंड के बामदह स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित ‘कृषक वैज्ञानिक वार्तालाप’ के उद्घाटन समारोह किया गया।जिसमें बहुत सारे लोगों ने अपनी बात रखी।इस मौके पर मंत्री सुमित सिंह शामिल होकर समारोह का उद्घाटन करते हुए कृषि और उसमें विज्ञान की भूमिका पर चर्चा किए एवं प्रबुद्ध शख्सियतों के इस विषय पर व्याख्यान पर गौर किए।
मंत्री सुमित सिंह ने कहा आज भी आदिवासी समाज के जीविकोपार्जन में पशुपालन की अहम भूमिका है।उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार हर क्षेत्र में विकास हो रहा है पशुपालन उससे अछूता नहीं है। आज पशुपालन के क्षेत्र में छोटे बड़े हर प्रकार के पशुओं में शोध के माध्यम से विकास का काम अनवरत जारी है। जमुई जैसे और सिंचित क्षेत्र के लिए तेजी से शारीरिक विकास लेने वाले बकरियों की नस्ल जैसे सिरोही, बरबरी, बीटल आदि विकसित की गई है। इन नस्लों के माध्यम से किसानों को कम समय में अधिक आमदनी प्राप्त होती है और उनका जीवन बेहतर ढंग से चल पाता है।
उन्होंने यह कहा कि बिहार विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है और आज समय की यह मांग है कि हम उन सभी संभावनाओं पर विमर्श करें और आपस में इसे लेकर जागरूकता फैलाएं ताकि विकास के लिए कोई भी क्षेत्र अछूता न रहे।
उद्घाटन समारोह के इस कार्यक्रम में किसान सुजाता मरांडी, सविता मरांडी, मदन हेंब्रम, छुटकी मरांडी, नीलम किसकु एवं शांति सोरेन के साथ कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रमोद कुमार सिंह डॉ रूबी कुमारी के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। मौके पर बामदह पंचायत के मुखिया सुनील मुर्मू जी,जिप सदस्य गोविंद चौधरी जी,राजीव रंजन पांडेय जी,अमित तिवारी जी,मिथलेश राय जी,माधोपुर के मुखिया पंकज साह जी,मंटू उपाध्याय जी भी मौजूद रहे।