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बिहार के बेगुसराय जिले के मंडल कारा में बंद एक कैदी ने जेल की सच्चाई बताने के लिए अपने पेशी के दौरान चोरी छिपे कुछ रोटियां अपने पास रख ली और पेशी के समय जज को जली रोटी दिखाकर कहा- साहब, जेल में इसी तरह का खाना कैदियों को दिया जाता है जिसे जानवर भी नहीं खा सकता है।
जेल प्रशासन कैदी को कच्ची रोटी देती है या फिर जली हुई। साथ ही कैदी ने कहा कि एक ही सब्जी लगातार कैदी को खिलाई जाती है। सब्जी और दाल में सिर्फ पानी रहता है। यह सुनकर पुलिसवाले और अधिकारी दंग रह गये। कैदी ने कारा प्रशासन की पोल खोलते हुए कई और आरोप भी लगाये हैं।कैदी का नाम रामजप्पो है जो बीरपुर प्रखंड का निवासी है।
कैदी रामजप्पो के पुत्र चंदन कुमार ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सतीश झा को जब इसकी जानकारी दी इसके बाद जज साहब खुद कोर्ट हाजत पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी।बेगूसराय के मंडल कारा में बंदी ने खाने में गड़बड़ी सहित पैसे की वसूली का भी आरोप लगाया है। जिसके बाद कोर्ट ने घटना के जांच के आदेश दिये हैं। कैदी ने कहा कि
कारा बेगूसराय में बंद कैदियों को जानवरों से भी बदतर खाना दिया जाता है। खाने की शिकायत करने पर गाली गलौज की जाती है।
कैदी ने कोर्ट में बताया कि जब परिजन कुछ सामान और फल लेकर अगर जेल आते हैं, तो कारा प्रशासन के द्वारा राशि मांगी जाती है। रा
ने पर ही परिजनों द्वारा लाया गया सामान बंदी तक पहुंचाया जाता है। शिकायत के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव और न्यायाधीश सतीश कुमार झा ने अविलंब मामले की जांच के आदेश दिए हैं एवं दोषी लोगों पर कार्रवाई की बात कही है।