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तेजस्वी यादव की तरफ से शिक्षा मंत्री के बयान को गलत नहीं बताने, उन्हें अपना बयान वापस लेने के लिए नहीं कहने के बाद जदयू के नेता नाराज हैं। तेजस्वी ने इशारों में जिस उपेंद्र कुशवाहा को बयानवीर कहा, उनकी तरफ से तो आज कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी लेकिन जदयू के प्रवक्ताओं ने तेजस्वी के बयान पर अपना विरोध जारी रखा। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि लगातार आरजेडी के नेताओं के द्वारा हमारे नेता नीतीश कुमार के ऊपर टिप्पणी की जा रही है, जो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
बिहार में टूटने वाला है जेडीयू-आरजेडी गठबंधन? तेजस्वी यादव के बयान के बाद माहौल गरम तेजस्वी यादव की तरफ से शिक्षा मंत्री के बयान को गलत नहीं बताने, उन्हें अपना बयान वापस लेने के लिए नहीं कहने के बाद जदयू के नेता नाराज हैं। तेजस्वी ने इशारों में जिस उपेंद्र कुशवाहा को बयानवीर कहा, उनकी तरफ से तो आज कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी लेकिन जदयू के प्रवक्ताओं ने तेजस्वी के बयान पर अपना विरोध जारी रखा। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि लगातार आरजेडी के नेताओं के द्वारा हमारे नेता नीतीश कुमार के ऊपर टिप्पणी की जा रही है, जो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है: जदयू
शिक्षा मंत्री ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, ”कुछ लोग इनके यहां हैं जो भाजपा के एजेंडे पर चल रहे हैं और गठबंधन के जड़ में मट्ठा डालने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि तेजस्वी यादव इन मामलों को जरूर देखेंगे, कार्रवाई भी सुनिश्चित होगी और लगाम भी लगनी चाहिए क्योंकि सिर्फ कह देने मात्र से नहीं होगा। इनके नेताओं के द्वारा सार्वजनिक पटल पर बयान दिए जा रहे हैं जो कहीं भी गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है।”’बिहार की जनता को सीएम नीतीश पर भरोसा है’
शिक्षा मंत्री के ट्वीट पर उन्होंने कहा, “मैंने तो देखा नहीं है किस संदर्भ में कह रहे हैं। बिहार की जनता जानती है कि नीतीश कुमार के चेहरे पर उनको अटूट विश्वास है और महागठबंधन की सरकार न्याय के साथ विकास के एजेंडे पर काम कर रही है। तेजस्वी यादव एक मजबूत सहयोगी के रूप में डिप्टी सीएम के रूप में उनके साथ काम कर रहे हैं और आगे कैसे विकास हो यह हमारी प्राथमिकता है।”
‘RJD के लोग मुख्यमंत्री पर टिप्पणी कर रहे हैं’
उन्होंने कहा, ”आप यह समझिए कि कौन ध्यान भटका रहा है? आरजेडी के लोगों ने किस तरह मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की। यह नेशनल इश्यू बन गया। सीधा मसला ही आप खत्म कर सकते थे माफी मांग कर, लेकिन इन चीजों को रिजॉल्व नहीं किया गया। खुद आरजेडी के अंदर किस तरह का विरोधाभास है। कैसे शिवानंद तिवारी उसके खिलाफ बोल रहे हैं तो इन चीजों को रिजॉल्व करना चाहिए। इंप्रेशन खराब होता है जब किसी धर्म विशेष के बारे में कुछ कहते हैं तो यह उचित नहीं है।”
किस बात को लेकर हो कार्रवाई: RJD
वहीं, शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की जेडीयू की मांग पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ”किस बात को लेकर कार्रवाई होनी चाहिए? उन्होंने जब ऐसी कोई बात कही नहीं, जब हमारे नेता डिप्टी सीएम ने स्पष्ट कर दिया हम सभी धर्म ग्रंथों का सम्मान करते हैं तो कोई भी बयानवीर इधर-उधर की बात करके इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं तो यही बीजेपी चाहती है। इसी तरह के मुद्दों पर बहस हो, करवाई का कहां कोई सवाल उठता है उन्होंने जब ऐसी कोई बात कही नहीं है।”
6 महीने पहले BJP के साथ रहने वाले क्या बोलेंगे?’
उन्होंने आगे कहा, ”बयान देने वाले जो बोल रहे हैं वह खुद हैं, हम लोग तो कभी बीजेपी के साथ ना गए, ना बीजेपी के एजेंडे से कोई मतलब रहा है लेकिन 6 महीने पहले तक जो साथ थे वह हमें क्या बोलेंगे? हमारे डिप्टी सीएम ने स्पष्ट कर दिया कि महागठबंधन की सरकार में जनता की भलाई के लिए काम हो रहा है, नसीहत का सवाल कहां उठता है जिस पंक्ति को लेकर उन्होंने व्याख्या की है उसका संदर्भ कोई समझा दे। पूरी तरह से आरजेडी चंद्रशेखर के समर्थन में खड़ी है, हम ऐसे मुद्दों पर विवाद खड़ा करना ही नहीं चाहते हैं। हमारे सहयोगी को भी बीजेपी के झांसे में नहीं आना चाहिए।
कहीं और से स्क्रिप्ट लिखी जा रही है’
उन्होंने कहा, ”पार्टी का कार्यकर्ता नेता अपने नेता के बारे में ही न लिखेगा। तो शिक्षा मंत्री आरजेडी कोटे से उन्होंने लिखा है लेकिन तेजस्वी जी ने तो स्पष्ट कहा कि लालू जी और नीतीश जी महागठबंधन के नेता हैं और महा गठबंधन महा मजबूत है। इसमें बीजेपी चाह रही है विघ्न डाले लेकिन इसमें कामयाबी नहीं होगी। कहीं और से स्क्रिप्ट लिखी जा रही है और कुछ बयानवीर को कहीं और से इशारा हो रहा है, उसके स्क्रिप्ट के अनुसार यह बयान दिया जा रहा।”
कुछ लोग सुपारी लेकर बैठे हैं’
केंद्र से राहत पाने के लिए तेजस्वी के बीजेपी से मिले होने के कुशवाहा के आरोप पर उन्होंने कहा, ”यह सब करना होता तो हमारे नेता इतना यातना नहीं सहते। सबको पता है जो बोल रहे हैं उनके सामने आईना रख दीजिए। उनका क्या रहा है इतिहास, इसलिए कोई क्या ज्ञान देगा? इस मुद्दे को लेकर कुछ लोगों को सेट किया गया है। एजेंडा पर माहौल खराब करें और सरकार में विघ्न डालें यह आप अनुमान लगाइए, लेकिन हम इतना जानते हैं कुछ लोग सुपारी लेकर बैठे हैं कि महागठबंधन में विघ्न डालना है।”
‘कहां से कौन वीडियो लाया है?’
शिक्षा मंत्री के इस्लाम वाले बयान पर उन्होंने कहा, ”कहां से कौन वीडियो लाया है मुझे नहीं पता। हमारी पार्टी का स्पष्ट मानना है कि हम सभी धर्म ग्रंथों में विश्वास करते हैं और आस्था और भावनात्मक मुद्दे पर राजनीति नहीं करते।” उन्होंने कहा, ”हमने नहीं देखा है, कौन सा वीडियो है आजकल तो वीडियो भी कट पेस्ट करके लगाया जाता है। जब हमारी पार्टी सेकुलरिज्म में विश्वास रखती है, सभी धर्मों का सम्मान करती है तो फिर इसके बाद कहीं कोई प्रश्न नहीं उठता।”
नेतृत्व कौन करता है आरजेडी का: तेजस्वी यादव
वहीं बिहार में महाराष्ट्र जैसा खेला होने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा, ”यहां तो उल्टा हो गया था। महाराष्ट्र जैसा तो हुआ नहीं, तब नहीं चला तो अब क्या चलेगा।” वहीं जेडीयू और राजद के प्रवक्ताओं की बयानबाजी पर तेजस्वी ने कहा, ”नेतृत्व कौन करता है आरजेडी का? आपके चाहने से न्यूज़ चलेगा या न्यूज़ एडिटर के चाहने से चलेगा?”