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सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छरों का प्रकोप पहले सिर्फ बारिश के दौरान और बारिश के बाद दिखता था जबकि अब 2-3 महीने छोड़ दीजिए तो पूरे साल ही दिखते हैं.
इसलिए आवश्यकता पडऩे पर मलेरिया रोकने के लिए अब फॉगिंग का कार्य पूरे साल चलेगा. साथ ही हमारी स्वास्थ्य टीमें सर्वाधिक मच्छर वाले इलाकों को चिन्हित कर रही हैं. उन्होंने बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है. उन्होंने बताया कि इस बार विश्व मलेरिया दिवस की थीम जीरो मलेरिया देने का समय, निवेश, नवाचार, कार्यान्वयन है.
चल रहा संचारी रोग अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि वर्तमान में संचालित संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट कराया जा रहा है.
एंटी लार्वा का छिड़काव तथा फॉगिंग भी कराया जा रहा है. इस कार्य में नगर विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि मलेरिया की जांच व उपचार की सुविधा जिला मुख्यालय के अलावा सभी सीएचसी-पीएचसी पर उपलब्ध है.
आशा कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्र में जाकर रोगी की पहचान कर रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट (आरडीटी) किट से त्वरित जांच कर रही हैं. इसके लिए समस्त आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया गया है. जांच में मलेरिया पॉजिटिव पाए जाने पर जल्द से जल्द रोगी का नि:शुल्क पूर्ण उपचार किया जाएगा.
हफ्ते भर में अंडा बन जाता है मच्छर
डीएमओ ने बताया कि मलेरिया का प्रसार मादा
एनोफिलीस मच्छर के काटने से होता है. एक अंडे से मच्छर बनने की प्रक्रिया में पूरा एक सप्ताह का समय लगता है. इस कारण सप्ताह में एक बार एंटीलार्वा का छिड़काव किया जाता है.
यह रहे मौजूद
रैली में स्वयंसेवी संस्था एंबेड (एफएचआई) के डीसी मोहित शर्मा के साथ सभी बीसीसीएफ वर्कर्स एवं मलेरिया विभाग के वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक, समस्त मलेरिया निरीक्षक, एसएफडब्ल्यू एवं समस्त एफडब्ल्यू इत्यादि ने प्रतिभाग किया.
यह करें
– किसी बर्तन में भरा है तो एक सप्ताह में उसका पानी बदल दें.
– कूलर, गमला, टीन का डिब्बा, नारियल का खोल, डिब्बा, फ्रिज के पीछे का डीफ्र ास्ट ट्रे की सफाई हमेशा करते रहें.
-मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति का समय से इलाज शुरू होने पर जान जाने का खतरा कम हो जाता है.
-रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
आसपास पानी इक_ा नहीं होने दें.
-अपने आसपास साफ-सफाई रखें
-बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर परामर्श लें.
-दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
-पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें
-हल्के रंग के और पूरी बांह वाली कमीज और पैैंट पहनें
आगरा में मलेरिया की स्थिति
साल जांच मरीज मिले
2021- 58458 – 84
2022-124252 – 04
2023- 40000 – 00
मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करें. यदि बुखार आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर से सलाह लें.