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पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी में प्रगति मैदान में 26 और 27 अप्रैल को वर्चुअल रूप से आयोजित एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया (वन अर्थ वन हेल्थ) के 6वें संस्करण को संबोधित करेंगे।
इससे पहले पीएम ने दिसंबर 2022 में गोवा में आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन और बीते छह मार्च को पोस्ट बजट वेबिनार में चर्चा की थी। अब तक की चर्चा में मोदी ने आयुर्वेद, एलोपैथी, फार्मा और अनुसंधान केंद्रों को मिलकर वन अर्थ-वन हेल्थ पर काम करने की सलाह दी है।
एक महामारी समृद्ध देशों की व्यवस्था को ध्वस्त करने की क्षमता रखती है। इसका अनुभव कोरोना काल में पूरी दुनिया ने किया है। शायद इसीलिए स्वास्थ्य के क्षेत्र ने सभी देशों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
भारत ने हेल्थकेयर के साथ वेलनेस पर जोर देते हुए पूरी दुनिया के सामने वन अर्थ वन हेल्थ का विजन भी रखा है, जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते चार महीने में तीसरी बार इस पर चर्चा करने जा रहे हैं। इस बार देश के इस विजन के बारे में दुनिया के 10 देशों के स्वास्थ्य मंत्री और 70 देशों के 500 प्रतिनिधि भी जानेंगे।
प्रगति मैदान में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय वन अर्थ-वन हेल्थ पर कार्यक्रम करने जा रहा है। इसका उद्देश्य वन अर्थ-वन हेल्थ के विजन से देश के निजी स्वास्थ्य क्षेत्र को जोड़ना है।