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- एसएसबी और ग्राम विकास युवा ट्रस्ट ने संयुक्त रूप से शादी का झांसा देकर घर से भगाने के मामले मे दो लडकियों को बचाया
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हुई थी लड़का और लड़की की दोस्ती
- लड़की को सुरक्षित उसके परिवार को सौंपने की प्रक्रिया जारी
- जीआरपी द्वारा दोनों लड़को की जा रही विस्तृत पूछताछ
मधुबनी जिला के जयनगर में 48वाहिनी एसएसबी और ग्राम विकास युवा ट्रस्ट ने संयुक्त रूप से शादी का झांसा देकर घर से भगाने के मामले मे दो लडकियों को बचाया है।
48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ने बेगूसराय जिले की दो लड़कीयो और समस्तीपुर के दो लड़को को रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध अवस्था में पाए जाने पर पूछताछ की पता चला कि एक लडकी और लडके की मुलाकात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हुई थी, जहां से बातचीत के बाद दोनों में प्रेम संबंध स्थापित हुए।
लड़के द्वारा अपने दोस्त के साथ मिलकर लड़की को शादी का झांसा देकर घर से भगा लाया था। यह घटना कल दिनांक 21/09/2024 की है। जब सशस्त्र सीमा बल के जवान जयनगर रेलवे स्टेशन पर पैट्रोल कर रहे थे।
सन्देह होने पर उन्होंने युवक युवतियों को रोककर पूछताछ की। इनके बयान संतोषजनक नहीं मिले और आपस में मेल नहीं खा रहे थे। अग्रिम कार्यवाही हेतु दोनों लड़कों एवं लड़कियों को एसएसबी पोस्ट कमला में लाया गया तथा ग्राम विकास यूवा ट्रस्ट संस्थान एनजीओ मधुबनी को सूचित किया गया।
साथ ही संतोष कुमार राम तथा चंचल कुमारी एनजीओ कर्मी को बुलाया गया और इनकी सहायता से दोनों लडकियो और दोनों लड़को को अलग-अलग करके पूछताछ किया गया। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि लड़की अपनी चचेरी बहन के साथ अपने परिवार की सहमति के बिना घर से भागी थी।
लड़के ने उसे शादी करके सूरत में रहने का वादा देकर इस कदम के लिए प्रेरित किया। दोनों लड़कों और लड़कियों की तलाशी ली गई, परंतु उनके पास ना तो पैसे थे, ना ही कोई सामान था।
48वीं सशस्त्र सीमा बल जयनगर ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दोनों को ग्राम विकास युवा ट्रस्ट एनजीओ कर्मी के समक्ष रेलवे पुलिस(जीआरपी) के हवाले कर दिया। जीआरपी द्वारा दोनों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा सतर्कता से स्थिति को संभाला गया और लड़की को सुरक्षित उसके परिवार को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर बढ़ती गलतफहमियों और बिना सोचे-समझे लिए गए फैसलों की गंभीरता को उजागर किया है।