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जब सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का है…ये कहावत राजधानी पटना में चरितार्थ होता नजर आ रहा है। जहां पटना पुलिस के जिन कंधों पर नागरिकों के सुरक्षा की पूरी जिम्मेवारी है। वहीं तैनात पदाधिकारी,पुलिसकर्मी लोगों से अवैध वसूली करने के मामले में लपेटे में आ गए हैं।
मामला गौरिचक थाना का है। जहां बीते 1 दिसंबर को जितेंद्र कुमार नाम का व्यक्ति अपने दोस्तों के साथ चार चक्का वाहन से गौरीचक थाना क्षेत्र से गुजर रहा था।
देर रात लौटने के क्रम में तैनात पुलिस वाहन में बैठे पुलिसकर्मियों द्वारा कार को रोका गया। उसकी तलाशी ली गई। जिसमें कुछ संदिग्ध नहीं मिला। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने कार सवार 5 युवकों से जबरन 25 हाजर के उगाही किसी मामले में फंसा देने को कहकर की है।
बताया जा रहा है कि गौरीचक थाना के गस्ती पदाधिकारी और 2 पुलिसकर्मी और एक ड्राइवर इसमें शामिल है। इस मामले की जानकारी देते हुए सीडीपीओ सदर 2 सत्यकाम ने कहा कि पीड़ित दीदारगंज निवासी जितेंद्र कुमार के द्वारा गौरीचक थाने में 2 दिसंबर को लिखित आवेदन गस्ती दल के विरुद्ध दिया गया।
मामला संगठन में आते ही जांच की गई। जिसमें घटना सत्य पाया गया है। इस जांच की पुष्टि पर दोषी पुलिसकर्मी और पदाधिकारी सहित कुल चार को निलंबित किया गया है। वहीं इस मामले को लेकर कांड दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई जारी है।