
चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस सूत्रों के हवाले से नई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में एक शूटर को हिरासत में लिया है। शूटर पहले से भी अपराध में लिप्त रहा है।हत्या के बाद यही शूटर, फूलमाला लेकर गोपाल खेमका के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। यह मामला अब सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित आपराधिक षड्यंत्र के तौर पर सामने आ रहा है।
कैसे हुई गोपाल खेमका की हत्या
सूत्रों के मुताबिक, घटना से ठीक पहले तीन अपराधी पटना के दलदली इलाके में जमा हुए थे। यहां साजिश की शुरुआत एक चाय की दुकान पर हुई, जहां इन अपराधियों ने साथ बैठकर चाय पी और योजना को अंतिम रूप दिया। साजिश के बाद मुख्य शूटर सीधे गोपाल खेमका के आवास पहुंचा और वहां घात लगाकर हत्या को अंजाम दिया। उधर, घटना के दौरान लाइनर (निगरानी रखने वाला अपराधी) पास के बांकीपुर क्लब में था, ताकि कोई अवरोध या पुलिस गतिविधि की जानकारी मिलती रहे।
पटना सिटी का रहने वाला है शूटर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जो शूटर इस मामले में शामिल था, वह पहले से ही एक अन्य हत्या का फरार आरोपी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए पेशेवर अपराधियों की मदद ली गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि खेमका की शव यात्रा में एक फरार अपराधी फूलमाला लेकर शामिल हुआ था, ताकि शक न हो। लेकिन पुलिस की नजर उस पर पड़ी और उसे मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य शूटर पटना सिटी इलाके का रहने वाला है और उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
