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: कश्मीर घाटी में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने श्रद्धालुओं की आस्था की परीक्षा ले ली है. बुधवार 30 जुलाई को एहतियात के तौर पर अमरनाथ यात्रा को दोनों प्रमुख मार्गों पहलगाम और बालटाल बेस कैंप से स्थगित कर दिया गया है.
यह निर्णय कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी द्वारा लिया गया, ताकि खराब मौसम के बीच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.हालांकि यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया है, लेकिन अब तक 3.93 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं. हर साल होने वाली यह धार्मिक यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी और 9 अगस्त,
रक्षाबंधन के दिन इसका समापन होगा.पहलगाम और बालटाल मार्ग बंदबुधवार को भारी बारिश के कारण बालटाल और नुनवान/चंदनवाड़ी रूट से किसी भी श्रद्धालु को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई. प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए यह निर्णय लिया. भारी वर्षा के चलते पहाड़ी रास्ते फिसलनभरे और खतरनाक हो गए हैं, जिससे यात्रा जारी रखना संभव नहीं था.1,490 नए यात्री रवानाबारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है. सोमवार 28 जुलाई को जम्मू से 1,490 श्रद्धालुओं का नया जत्था रवाना हुआ,
जिसमें 1,262 पुरुष, 186 महिलाएं और 42 साधु-साध्वी शामिल थे. यह जत्था भगवती नगर बेस कैंप से सुबह 3:25 से 3:57 बजे के बीच 61 वाहनों में सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच रवाना हुआ.दो मार्गों से हो रही यात्राश्रद्धालुओं का पहला काफिला चुनौतीपूर्ण 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग की ओर बढ़ा, जबकि अन्य अधिकतर तीर्थयात्री 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम रूट पर निकले. अब तक जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए श्रद्धालुओं की संख्या 14.27 लाख से अधिक हो चुकी है, जो इस साल की यात्रा में जबरदस्त उत्साह को दर्शाता है.
अमरनाथ यात्रा का रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ापिछले वर्ष यात्रा में 5.10 लाख श्रद्धालुओं ने बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन किए थे. इस बार भी संख्या तेजी से बढ़ रही है और प्रशासन को उम्मीद है कि समापन तक यह आंकड़ा नया रिकॉर्ड बना सकता है.मौसम पर नजरप्रशासन लगातार मौसम की स्थिति पर नजर रख रहा है और सुरक्षा इंतजामों को प्राथमिकता दी जा रही है. यात्रियों से अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. मौसम में सुधार के बाद ही यात्रा दोबारा शुरू की जाएगी
.जल्द खुलेगा रास्ताप्रशासन ने कहा है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और जैसे ही मौसम सामान्य होगा, यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी. इस बीच श्रद्धालुओं को हर स्थिति से अवगत कराने के लिए नियमित अपडेट जारी किए जा रहे हैं.