Share this
पटना
स्थानीय खेमनीचक में एक ऐसे युवा हैं जिन्होंने अपने वार्ड 44 के समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं। ये कोरोना काल से सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। यह कार्यकर्ता जिन्होंने अपनी सारी संपत्ति को दांव पर लगाकर लोगो की सेवा काम किया साथ ही वार्ड में जिन गरीब दलित अल्पसंख्यक बच्चों को किसी भी तरह का समस्या हुआ देखने के बाद उसका समाधान करते हुए दिखे।
जसवंत सिंह करोना कॉल से ही लोगों को खाना-पीना के अलावा दवाई दारू साथ ही उनकी सेवा में हमेशा तत्पर दिखे। जिनको रोटी मुहैया नहीं था उन्हें रोटी देने का काम भी किया।साथ ही जिन जिन लोगों को यहां तक कि मध्यम वर्ग के लोगों को भी खाने पीने की दिक्कत थी, उन्हें भी अपनी ओर से खाद सामग्री भी प्रदान किया ।
जसवंत सिंह ने उन बच्चों को जो पढ़ने के लिए इच्छुक थे उन्हें किताब कॉपी सिलेट पेंसिल और पुस्तक भी मुहैया कराया साथ ही उन्होंने कई बच्चों को जो बच्चे पढ़ने के लिए इच्छुक थे, उन्होंने पढ़ाई भी करवाई। खेमनीचक में बन रहे मंदिरों के निर्माण में भी उनका सहयोग रहा साथ ही लोगों के दुख सुख में हमेशा साथ दिया
सबसे बड़ी बात है कि वार्ड नंबर 44 के विभिन्न रोडो में और गलियों में जहां पानी का जलजमाव होता था लोगों को चलने फिरने में दिक्कत होता था वहां भी रवीश गिरा करके उसको चलने लायक बनाया। जिससे जलजमाव में लोगों को मुक्ति मिला। खेमनीचक के निवासी को राशन कार्ड,श्रम कार्ड,वोटरआईडी भी बनवाने में काफी सहयोग किया।
पहले तेतर पथ खेमनीचक में राविश गिरा करके दुरुस्त किया था।
आज वर्तमान वार्ड पार्षद माला सिन्हा अपने निजी फंड से तेतर पद पर डेढ़ फीट के नाला निर्माण करने के उद्देश्य नारियल फोड़ के शिलान्यास कर रही थी वहां पर जनता का विरोध को झेलना पड़ा क्योंकि जनता का कहना था कि आप 5 साल वार्ड पार्षद थी, तब तक आप को नाले की शिलान्यास नजर नहीं आया। दसवंत सिंह राविस गिरा कर कामकिया गया है और नाला बनाने के लिए आप आज जागरूक हुई हैं। जबकि यहां के निवासी काफी कठिनाई का सामना कर रहे हैं।
ऐसे समाजिक करता के लिए खेमनीचक की जनता इस बार ध्यान देकर उन्हें सम्मानित और साथ ही अभिनंदन करने जा रही है।