आईपीएस आदित्य के खिलाफ 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के आरोप।

Share this

देखिए खबर बिस्तार से:- यहां करीब तीन घंटे परिवार के लोगों से पूछताछ की।

कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने के बाद टीम लौट गई। मेरठ के अलावा पटना और गाजियाबाद में भी आदित्य की तलाश में दबिश दी गई है।

इन जगहों पर कार्रवाई के बाद 20 लाख रुपये नकद, बैंक खातों में 90 लाख रुपये की जमा राशि और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।


निलंबित आईपीएस आदित्य के खिलाफ 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के आरोप में केस दर्ज किया गया है। चार आरोपी गिरफ्तार हैं, जबकि आदित्य फरार चल रहे हैं।

उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है। आदित्य कुमार जब गया के एसएसपी थे तब उन पर शराब मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। उसी केस को खत्म करने के लिए आदित्य ने अपने दोस्त अभिषेक अग्रवाल को पटना हाईकोर्ट का फर्जी चीफ जस्टिस बनाकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन कराया था।

करीब 30-40 बार फोन करने के बाद डीजीपी ने आदित्य कुमार के केस को खत्म कर दिया गया था। केस को रफा-दफा करने के बाद जब डीजीपी को पता चला कि उन्हें फोन करने वाला फर्जी चीफ जस्टिस था, तब आर्थिक अपराध इकाई ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।

तब से आदित्य कुमार फरार हैं।
टीम में शामिल डिप्टी एसपी लव कुमार ने सिविल लाइन थाने में आमद दर्ज कराने के बाद दबिश देने की बात कही।

टीम को बताया गया कि आदित्य मेरठ में कई महीने से नहीं आए हैं। आदित्य के कई रिश्तेदारों के बारे में भी पूछताछ की गई ताकि ऐसी जगहों पर भी तलाश कराकर आदित्य के बारे में जानकारी हासिल की जा सके।

वहीं, एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना कि मामला बिहार से जुड़ा है। टीम मेरठ आई थी। टीम ने क्या तथ्य जुटाए हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है।

पुलिस ने आदित्य कुमार के खिलाफ इश्तहार का ऑर्डर भी कोर्ट से हासिल कर लिया है।
पिता बोले…बेटे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं
सुभाषनगर में जांच के दौरान टीम ने घर में प्रवेश करते ही मुख्य गेट बंद कर लिया। इसके बाद घर की तलाशी ली गई। पिता सुंदर पाल सिंह से भी पूछताछ की गई।

पिता ने बताया कि लंबे समय से आदित्य नहीं आया है। इसलिए उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
आदित्य के भाई हैं जीएसटी कमिश्नर
आदित्य के भाई जीएसटी विभाग मेरठ में कमिश्नर हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह अपने ऑफिस के लिए निकल गए थे।

पुलिस ने उनके भाई के बारे में भी जानकारी जुटाई है। माना जा रहा है कि सर्विलांस के माध्यम से टीम आदित्य तक पहुंचने की तैयारी में जुटी है।
घर में नौकर से भी की टीम ने पूछताछ
टीम ने घर में काम करने वाले नौकर धर्मेंद्र निवासी सीतापुर से भी पूछताछ की है।

धर्मेंद्र ने टीम को बताया कि वह करीब एक साल से नौकरी कर रहा है। उनके समय में आदित्य मेरठ नहीं आए। कुछ अन्य जानकारी भी उससे जुटाने की कोशिश की गई।

Related Posts

अर्द्धवार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हुआ शुरू।

लदनियां/बिहार सरकार के आदेशानुसार विद्यालयों में हुई अर्द्धवार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुक्रवार को प्रत्येक कॉम्पलेक्स रिसोर्स सेन्टर पर विधिवत प्रारंभ किया गया। इस परीक्षा में लगभग…

भारत-नेपाल कमांडेंट स्तरीय समकक्ष समन्वय बैठक का हुआ सफल आयोजित।

मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, जयनगर में कमांडेंट स्तरीय समकक्ष समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भारतीय पक्ष से 48वीं वाहिनी…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *