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26 जून, 2024 को कृषि भूमि के जबरन अधिग्रहण और किसानों के खिलाफ हिंसक दमन के विरोध में पटना में दमन-विरोधी मार्च का आयोजन करेगी..
Shankhnaad Times – विदित हो कि संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार के एक प्रतिनिधिमंडल ने पटना जिला के मसौढ़ी , धनरूआ और फतुहा प्रखंड का 19 और 20 जून को दो दिवसीय दौरा कर भारत माला सड़क परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों से मुलाकात की।
इस प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव उमेश सिंह, बिहार राज्य किसान सभा (जमाल रोड) के राज्य सचिव विनोद कुमार, पटना जिला के अध्यक्ष शिवकुमार विद्यार्थी और सचिव सोना लाल प्रसाद, अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के नेता सुभाष यादव, जय किसान आंदोलन के नेता ऋषि आनंद तथा किसान एकता मंच के संयोजक उमेश शर्मा शामिल थे।
संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार के प्रतिनिधिमंडल ने धनरूआ के नोनिया बिगहा और फतुहा के जैतिया में किसानों की बैठक को भी सम्बोधित किया।
इसके अलावा दर्जनों गांव के प्रभावित किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्या को जाना। औरंगाबाद से जयनगर तक बनने वाली भारतमाला सड़क परियोजना के लिए मसौढ़ी ,धनरूआ और फतुहा प्रखंड के 12 मौजों में 400 एकड़ से अधिक कृषि भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन में उचित मुआवजा और पारदर्शिता का अधिकार कानून, 2013 को धता बताते हुए बहूफसली कृषि भूमि को बिना किसानों की सहमति के और बिना उचित मुआवजा दिए हुए अधिग्रहण कर लिया गया है। इस परियोजना से सैकड़ों किसान प्रभावित हैं।
धनरूआ के नोनिया बिगहा में 1979 में एक भयानक आग के कारण कई किसानों के कागजात राख हो गए थे। वहीं, जमीन का सरकारी रेकार्ड से मेल कर इसका स्वामित्व स्थापित करने की जगह प्रशासन इसे बिना मुआवजा दिए अधिग्रहण कर रही है।
फतुहा में प्रशासन बहुफसली कृषि भूमि, जिसकी रजिस्ट्री 90 हजार रुपये डिसमिल है, को साढ़े चौदह हजार रुपये डिसमिल के भाव से अधिग्रहण कर रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा की बिहार इकाई ने सरकार द्वारा फसल के दाम से जमीन के मुआवजा तक किसानों को उनके हक से वंचित करने की नीति की निंदा की।
कृषि भूमि के जबरन अधिग्रहण और किसानों के खिलाफ हिंसक दमन के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा 26 जून , 2024 को दमन-विरोधी दिवस के रुप में मनाएगा। यह मार्च पटना के गांधी मैदान से 11 बजे निकलेगी और मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी।
*जारीकर्ता*
संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार