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सप्ताह व्यापी विश्व पर्यटन दिवस शुक्रवार को भिजीट जनकपुरधाम-2024 नारा के साथ समापन हो गया।
समापन समारोह के प्रमुख अतिथि मधेश प्रदेश के पर्यटन मंत्री शकील मियां अली थे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनकपुरधाम की जानकी मंदिर, प्राचीन मणिमंडप सहित अन्य मठ मंदिर की संरक्षण की आवश्यकता है।
मधेश प्रदेश में जानकी मंदिर,जलेश्वर नाथ,राजा सलहेस के फूलवारी,पतारी,सकरा भगवती,कंकालिनी मंदिर,गढी माई सहित अन्य ऐतिहासिक तथा पौराणिक मंदिर मधेश प्रदेश में है। इसी तरह कोशी टापू आदि अवलोकन हेतु नेपाल-भारत तथा अन्य राष्ट्रों के पर्यटक आते हैं। मधेश सरकार इसके विकास पर पहल कर रही है।
वहीं, विशिष्ट अतिथि जनकपुरधाम उद्योग बाणिज्य संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी ने कहा कि जनकपुरधाम में सबसे अधिक भारत के पर्यटक आते हैं।
लेकिन नेपाल सरकार की रवैया के कारण दोबारा पर्यटक जनकपुरधाम नहीं आना चाहते हैं। किसी कारण से गाड़ी का भंसार फेल हो गया, तो जनकपुरधाम में भंसार नहीं कटता है। उनको भंसार शुल्क कटवाने के लिए भिट्ठा मोड़ या जटही जाना पड़ता है।
अगर नहीं कटाया, तो पुलिस मोटी रकम वसूलते हैं। 25हजार से अधिक नगद भारतीय रूपया नहीं ला सकते हैं।नाका पर भारू से नेपाली करेंसी बदलने के लिए सैकड़ा में पांच से दस रुपए बट्टा देना पड़ता है। फिर जगह जगह पुलिस द्वारा इण्डियन प्लेट की गाड़ी को बेवजह तंग करना, पैसा वसूलने के कारण भारतीय पर्यटक कम आने लगे हैं।
जनकपुरधाम उद्योग बाणिज्य संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी ने कहा कि जनकपुरधाम रेलवे स्टेशन भी भारत से आए गरीब यात्री का शरण स्थल है, लेकिन रात में सशस्त्र किसी को ठहरने नहीं देते हैं।
भिजन नेपाल के अध्यक्ष जनकपुरधाम उद्योग बाणिज्य संघ के निवर्तमान अध्यक्ष अंबु प्रसाद साह की अध्यक्षता में समापन समारोह में जनकपुरधाम उद्योग बाणिज्य संघ के कोषाध्यक्ष परमेश्वर साह, सोटो नेपाल के अध्यक्ष वीरेंद्र साह, मिथिला चित्रकला के चर्चित हस्ती सुनैना ठाकुर, नेपाल गाइड एसोसिएशन मधेश प्रदेश के अध्यक्ष बिक्रम साह, पर्यटन विभाग के पदाधिकारी सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।