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- 30 सितंबर को क्षेत्रीय प्रबंधन इकाई के द्वारा वर्चुअल मोड में किया जाएगा एनक्यूएएस प्रमाणीकरण
मधुबनी जिले में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर जिले के चयनित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, मकरमपुर का वर्चुअल मोड पर सुपरविजन किया गया, जिसमे एनक्यूएएस के सभी आठ पैरामीटर पर मार्किंग की गई, जिसमें सभी पैरामीटर एनक्यूएएस के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है।
अब 30 सितंबर को क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन के द्वारा वेरीफाई करके राज्य को भेजा जाएगा और राज्य से नेशनल सर्टिफिकेशन के भेजा जाएगा।
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया अभी इंटरनल असेसमेंट में सभी पैरामीटर जैसे सर्विस प्रोविजन मे 68.42%, पेशेंट राइट मे 80.95%, इनपुट मे 74.22%, सपोर्ट सर्विस में 81.82%, वैलनेस एंड क्लीनिकल सर्विस में 89.04%, इनफेक्शन कंट्रोल में 79.03%, क्वालिटी मैनेजमेंट में 91.07%, आउटकम में 74.22%, मार्क्स मिले हैं, जिसका सुपरविजन किया गया है।
एनक्यूएएस के लिए इस तरह होता है अस्पतालों का मूल्यांकन :
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए प्रथम स्तर पर इंटरनल असेसमेंट, उसके बाद राज्य स्तरीय टीम के द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। राज्य स्तरीय टीम के संतुष्ट होने पर केंद्रीय टीम को जांच के लिए लिखा जाता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक सर्टिफिकेशन के लिए अस्पतालों का 8 मानकों पर मूल्यांकन किया जाता है। मूल्यांकन में खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही भारत सरकार द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलने वाली 12 तरह की सेवाओं पर दिखेगा असर :
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि अधिक से अधिक स्वास्थ्य संस्थानों के एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को सही मानते हुए बताया कि स्वास्थ्य संस्थान को एनक्यूएएस का प्रमाणीकरण मिलने पर वहां मिलने वाली बारह तरह की सेवाओं पर दिखता है।
एएनसी, टीकाकरण, ओपीडी, परिवार नियोजन, आउटरीच में होने वाली एक्टिविटी का विस्तार होगा। पेशेंट सटिस्फैक्टरी सर्वे से संस्थान पर उपलब्ध सेवाओं का विस्तार होगा। केंद्र पर इंफ्रा का विकास होगा, जिसका सीधा असर वहां के स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ेगा। स्वस्थ माहौल का निर्माण होगा जो स्वास्थ्य के चहुंमुखी विकास के लिए जरूरी है।
इस मौके पर बम अजीत कुमार मिश्रा, सीएचओ आकांक्षा कुमारी, आयुष मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर मनोज कुमार, पिरामल स्वास्थ्य से नीता मरांडी सहित अन्यकर्मी उपस्थित थे।