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जल-जीवन-हरियाली दिवस पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के तत्वाधान में कई कार्यक्रम हुए आयोजित
व्यापक जनसहभागिता से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान सफल होगा : जिलाधिकारी
- जिलधिकारी ने निजी मकानों में छत वर्षा जल संचयन प्रणाली लगाने एवं जल संरक्षण को लेकर जिले वासियों से किया अपील
- सेल्फी सेन्टर में उमड़ी भीड़, डीएम,डीडीसी सहित सभी अधिकारियों एवं आमजन ने सेल्फी लेकर जल-जीवन-हरियाली,तभी होगी जीवन मे खुशहाली का दिया संदेश
- उपस्थित पदाधिकारियों को प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा एवं देखभाल करने, अपने आसपास के तालाब नदी पोखर एवं अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित नहीं करने, आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग नहीं करने, बिजली का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करने आदि दिलाई गई 11 संकल्प
- एडीएम आपदा संतोष कुमार ने कहा कि जल संचयन को हमे अपनी आदत बनानी होगी
- जल-जीवन-हरियाली अंतर्गत जागरूकता का प्रसार विषय पर परिचर्चा का हुआ आयोजन
- इस अवसर पर पटना में आयोजित मुख्य समारोह का भी हुआ सीधा प्रसारण
मधुबनी
जल-जीवन-हरियाली दिवस पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के तत्वाधान में मधुबनी जिले के समाहरणालय में कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समाहरणालय में जल-जीवन-हरियाली से संबंधित सेल्फी सेन्टर बनाया गया था।सेल्फी सेन्टर में सेल्फी लेने के लिए काफी उत्साह देखा गया।
डीएम अरविन्द कुमार वर्मा,डीडीसी दिपेश कुमार सहित सभी अधिकारियों एवं आमजन ने सेल्फी लेकर जल-जीवन-हरियाली,तभी होगी जीवन मे खुशहाली का संदेश दिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि व्यापक जनसहभागिता से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान सफल होगा। व्यापक जनसहभागिता के लिए व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार जरूरी है। उन्होंने कहा कि जनसहयोग से ही इस अभियान को सफल बना सकते है। उन्होंने कहा कि आज मधुबनी का शहर भूगर्भ जल स्तर चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हमे वर्षा जल को व्यर्थ बहने नही देना है,बल्कि इसका संचयन करना होगा। जिलाधिकारी ने निजी मकानों में छत वर्षा जल संचयन प्रणाली लगाने एवं जल संरक्षण को लेकर जिले वासियों से अपील भी किया। जल-जीवन-हरियाली एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर उपस्थित सभी अधिकारियों को ग्यारह संकल्प भी दिलवाई गई।
इसके पूर्व जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार ने जिलाधिकारी सहित सभी आगत अतिथितियों का स्वागत करते हुए बताया कि बिहार सरकार द्वारा जारी निर्देश के आलोक में जल जीवन हरियाली मिशन की सफलता को लेकर प्रत्येक महीने के प्रथम मंगलवार को अलग-अलग विभागों के तत्वावधान में “जल जीवन जागरूकता अभियान” के विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया जाता है। इस बार यह अवसर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को प्राप्त हुआ है। अपर समाहर्ता संतोष कुमार ने कहा कि जल संचयन को हमे अपनी आदत बनानी होगी।
इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पदाधिकारियो को निम्न ग्यारह संकल्प दिलवाई गई :-
1). प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा एवं देखभाल कर वृक्ष का रूप प्रदान करूंगा।
2). अपने आस पास के तालाब, नदी, पोखर एवं अन्य जलस्रोतों को प्रदूषित नहीं करूंगा।
3). आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग नहीं करूंगा/करूंगी एवं इस्तेमाल के बाद नल को बंद कर दूंगा।
4). अपने घर/विद्यालय पास पड़ोस में वर्षा के जल संचयन हेतु अपने परिवार के सदस्यों को प्रेरित करूंगा।
5). बिजली का उपयोग आवश्यकतानुसार ही करूंगा/करूंगी। 6). घर से बाहर निकलते समय बिजली के बल्ब/पंखा को बंद कर दूंगा।
7). अपने घर, विद्यालय एवं आस पड़ोस को स्वच्छ रखते हुए वहां से निकलने वाले कूड़े को कूड़ेदान में ही डालूंगी।
8). प्लास्टिक/पॉलीथिन का उपयोग बंद कर कपड़े/कागज का उपयोग करूंगा और अन्य लोगों को उसके लिए प्रेरित करूंगा।
9). जीव जंतुओं एवं पशु पक्षियों के प्रति प्रेम भाव रखूंगा। इनके लिए यथा संभव दाना पानी की व्यवस्था करूंगा, नजदीक के कार्य पैदल अथवा साइकिल से करूंगा।
10). कागज का अनावश्यक उपयोग नहीं करूंगा/करूंगी एवं अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करूंगा।
11). मैं खुले में शौच नहीं कर शौचालय का उपयोग करूंगा।
मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त सभी संकल्प को सर्वप्रथम हमे अपने जीवन अनिवार्य रूप से अपनाना होगा,ताकि हम अन्य लोगो को प्रभावी रूप से इसे पालन करने हेतु प्रेरित कर सके। अपर समाहर्ता सहित सभी वक्ताओं ने परिचर्चा में अपने-अपने विचार रखे। इस अवसर पर पटना में आयोजित मुख्य समारोह का भी सीधा प्रसारण किया गया।
उक्त कार्यक्रम में उप विकास दिपेश कुमार,एडीएम आपदा सन्तोष कुमार,डीपीआरओ परिमल कुमार,जिला कृषि पदाधिकारी,जिला समन्वयक जल-जीवन-हरियाली,सभी मनरेगा पीओ सहित सभी विभागों के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।