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बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद कोडीन युक्त कफ सिरप की तस्करी बढ़ गयी है। शराब आसानी से नहीं मिलने के कारण लोग अब गांजा, अफीम, स्मैक, कोडीन युक्त कफ सिरप सहित कई सुखे नशे का इस्तेमाल करने लगे हैं।
कैमूर में कोडीन युक्त कफ सिरप की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद किया है। कैमूर जिले में प्रतिबंधित कफ सिरप की बड़ी खेप को आर्टिका कार से बरामद किया गया है। वही कार सवार दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार दोनों धंधेबाज बंगाल के रहने वाले हैं, जो बिहार में कोडीन युक्त कफ सिरप की खेप को पहुंचाते थे। क्योंकि शराबबंदी के बाद कफ सिरप का डिमांड नशाखोरों के बीच तेजी से बढ़ा है। जिसे देखते हुए सरकार ने कोडीन युक्त कफ सिरप को बिहार में बंद कर दिया लेकिन तस्कर मौके की नजाकत को देखते हुए कफ सिरप को बिहार के अलग-अलग जिलों में पहुंचाने का प्रयास करते हैं और खूब पैसा कमाते हैं। हालांकि इस बार उत्पाद विभाग की टीम ने कफ सिरप के तस्करों के मनसूबे पर पानी फेर दिया।
पूरे रैकेट की जांच में उत्पाद विभाग की टीम जुटी हुई है। दोनों आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के आदित्यपुर गांव निवासी विजय विश्वास के पुत्र विक्रम विश्वास और मुर्शिदाबाद जिले के सागर पाड़ा गांव निवासी अक्षय शेख के पुत्र सक्कन शेख के रूप में हुई है। जिस गाड़ी से माल पकड़ा गया उस कार का नंबर डबल्यूबी 52 बीएम 5538 है। कुल मात्रा 179.8 लीटर कफ सिरप बरामद किया गया है जिसकी संख्या 1798 पीस है।
कैमूर उत्पाद अधीक्षक संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया समेकित जांच चौकी मोहनिया पर वाहनों की जांच की जा रही थी। पश्चिम बंगाल नंबर की एक उजले रंग के अर्टिगा कार को जब्त किया गया है। ड्राइवर सहित दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। जब कार की तलाशी ली गयी तब भारी मात्रा में बिहार में प्रतिबंधित कोडिनयुक्त कफ सिरप कार के अंदर पैक करके रखा गया था जिसे जब्त किया गया है। कार सवार दोनों तस्कर पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। इनके रैकेट को खंगाला जा रहा है। ये लोग बिहार में कफ सिरफ की डिलीवरी देने आए थे। गिरफ्तारी के बाद दोनों तस्करों को जेल भेजा गया है।