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बिहार में भूमि सर्वेक्षण कार्य में लगे अमीन-कानूनगो की नौकरी छोड़ रहे हैं. अब तक सैकड़ों अमीनों ने भूमि सर्वेक्षण की नौकरी छोड़ दी है. कल तक जिस बंदोबस्त कार्यालय में चहल पहल थी, आज सन्नाटा पसरा है.
अधिकतर अमीनों का चयन जूनियर इंजीनियर के रूप में हुआ है. ऐसे में सभी जिलों में भूमि सर्वेक्षण कार्य में लगे अमीनों की संख्या में कमी आ रही है. एक दिन यानि 20 जनवरी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 110 अमीन-कानूनगो को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है.
औरंगाबाद में 27 अमीनों ने छोड़ दी नौकरी
बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आयोजित कनीय अभियंता की परीक्षा में सफल होने के बाद इन सभी सर्वेक्षण कर्मियों ने नौकरी से त्यागपत्र दिया है.।
कनीय अभियंता पद पर चयन से पहले दस्तावेज सत्यापन,काउंसिलिंग के लिए भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय की तरफ से एनओसी जारी किया गया है. गया के बंदोबस्त पदाधिकारी की अनुशंसा पर 20 भूमि सर्वेक्षण अमीन जिनका चयन जूनियर इंजीनियर के पद पर हुआ है, ।
उन्हें विभाग ने 20 जनवरी को एनओसी दिया है. इसी तरह औरंगाबाद में कार्यरत्त 27 भूमि सर्वेक्षण अमीन को भी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है. इन सभी का चयन भी कनीय अभियंता के पद पर हुआ है.
निदेशालय की तरफ से एनओसी जारी
इसी प्रकार बक्सर में कार्यरत्त 10 अमीन को 20 तारीख को विभाग ने एनओसी दिया वैशाली जिले के 27 अमीनों को भी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 20 जनवरी को भागलपुर बंदोबस्त कार्यालय में कार्यरत्त 27 भूमि सर्वेक्षण कर्मी, जिनमें अमीन और कानूनगो शामिल है, इन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है. ।
बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आयोजित कनीय अभियंता की परीक्षा में सफल होने क बाद इन सभी सर्वेक्षण कर्मियों ने नौकरी से त्यागपत्र दिया है. ।
कनीय अभियंता पद पर चयन से पहले दस्तावेज सत्यापन,काउंसिलिंग के लिए भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय की तरफ से एनओसी जारी किया गया है.।