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दिल्ली में आज का मौसम कैसा रहेगा) 5 July 2025: दिल्ली में सुस्त पड़ी मानसून की रफ्तार अब रफ्तार पकड़ने लगी है और सप्ताहांत तक इसमें और तेजी आने की संभावना है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को हुई, जब राजधानी के कुछ इलाकों में दोपहर बाद अच्छी बारिश देखी गई, जबकि कुछ क्षेत्रों में सिर्फ हल्की बूंदाबांदी हुई।हालांकि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जून के अंत में ही दिल्ली में दस्तक दे दी थी, लेकिन अब तक हुई बारिश बमुश्किल ही प्रभाव छोड़ सकी थी।
शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे तक पालम में 5.2 मिमी, रिज में 4.4 मिमी, आयानगर में 2.8 मिमी, पूसा में 21.0 मिमी और नजफगढ़ में 8.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले सफदरजंग वेधशाला पर केवल 4.3 मिमी वर्षा दर्ज हुई थी। गौरतलब है कि जुलाई का महीना दिल्ली में बारिश के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसी महीने में सामान्यत: सबसे अधिक वर्षा होती है। जुलाई के लिए औसत सामान्य वर्षा 195.8 मिमी मानी जाती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। हवा में लगातार बनी रही नमी के कारण उमस भी काफी महसूस की गई।
दिल्ली में आज का मौसम
मौसम विभाग ने 5 और 6 जुलाई के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जिसके तहत हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। विभाग के मुताबिक 10 जुलाई तक राजधानी में रुक-रुक कर हल्की बारिश होने की संभावना बनी हुई है। शनिवार और रविवार को भी अच्छी बारिश होने के आसार हैं, जिससे मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना और बढ़ गई है। दिल्ली में जहां एक ओर बारिश ने गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। संगम विहार, देवली, खानपुर, मदनगीर, साकेत, आया नगर, द्वारका, नवादा, किराड़ी और बुराड़ी जैसे क्षेत्रों में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित हुआ। फिलहाल आज के लिए मौसम विभाग ने कहा कि राजधानी समेत आसपात के इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ-साथ गरज-चमक और बारिश की संभावना है।
दिल्ली में मानसून कमजोर
फिलहाल दिल्ली के मौसम को प्रभावित करने वाली ट्रफ रेखा काफी दूर खिसक गई है, जिससे गतिविधियां मुख्य रूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तक सीमित हैं, यानी दिल्ली से दूर है। इस कारण अगले दो दिन तक राजधानी में मानसून कमजोर बना रह सकता है। हालांकि, ट्रफ में कुछ हलचल संभव है, जिससे कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है। रविवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पंजाब और जम्मू क्षेत्र की पहाड़ियों के पास मध्यम स्तरों पर ट्रफ के रूप में और निचले स्तरों पर एक सर्कुलेशन के रूप में सक्रिय होगा। यह ट्रफ के पश्चिमी सिरे को उत्तर की ओर खींचेगा और यह हरियाणा व पंजाब से होते हुए छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में बने निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़ जाएगा। ऐसे में ट्रफ दिल्ली के काफी करीब आ सकता है, जिससे मौसम में बदलाव की संभावना बनेगी।