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पटना /प्रसिद्ध यादव
भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे करने जा रहा है, लेकिन समाज को अभी भी छुआछूत से आजादी नहीं मिली है.अभी मन से ऊंच नीच ,छुआछूत का भूत सवार है। चमड़ी के रंग देखकर घृणा होती है।ऐसे बनेगा भारत विश्व गुरु? राजस्थान के जालोर में जातिगत भेदभाव और छुआछूत की इसी बुराई ने 9 साल के एक मासूम दलित बच्चे की जान ले ली है.मामला जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव का है.
यहां 9 साल के एक बच्चे ने जब स्कूल के मटके को पानी पीने के लिए छुआ, तो उसे स्कूल टीचर ने इतना पीटा कि उसकी कान की नस फट गई. इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया और फिर उदयपुर से अहमदाबाद भेजा गया. शनिवार को अहमदाबाद में शाम चार बजे के आसपास उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गई.इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है- जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है. आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है.
मामले की तेजी से जांच और दोषी को जल्द सजा के लिए इसे केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है. पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा. मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी. ऐसे मानसिकता वाले को कठोर सजा देने की जरूरत है और जिसके मन में ऐसा विचार है, उसे सबक सिखाने की जरूरत है।