Share this
मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र की कुमरखत पूर्वी पंचायत में एनएच-227 पथलगाढ़ा, जानकीनगर से दोनवारी पीडब्ल्यूडी सड़क को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री सड़क की हालत इतना खराब है कि गाड़ी चलाने की बात तो दूर आदमी को पैदल चलना दुश्वार हो गया है।
उक्त सड़क से जनप्रतिनिधि भी आते जाते हैं, लेकिन किसी का ध्यान इस सड़क पर नहीं जा रहा है। ग्रामीणों ने विधायक एवं सांसद से शिकायत की परंतु उनके कान पर जूं नहीं रेंग रही है।
इस बाबत पूर्व पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव स्थानीय सांसद एवं प्रधानमंत्री को दर्जनों मेल भेज कर सड़क का पुनः निर्माण कराने की मांग करते रहे हैं फिर भी सड़क निर्माण की बात तो दूर मरम्मत कार्य कर भी यातायात व्यवस्था को सुरक्षित नहीं किया गया है। उक्त सड़क पर जगह -जगह गड्ढे एवं ईट पत्थर बिखरे पड़े हैं। उक्त सड़क पर पैदल चलने वाले लोग भी चोटिल हो रहे हैं। गांव के बीचोबीच सड़क होने के कारण आवागमन का कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
लोगों का मानना है कि जनप्रतिनिधि एवं सरकार के द्वारा ध्यान नहीं देने का एक मात्र कारण है कि शायद यह गांव भारत के मानचित्र में नहीं है। जबकि इस सड़क से हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना गंतव्य स्थान तक होता है। इतना ही नहीं किसान, मजदूर, मवेशी चराने एवं व्यापार करने वाले लोगों के लिए भी यह सड़क महत्वपूर्ण है। लेकिन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। उक्त सड़क के बदहाली पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
लोगों ने बताया कि यह सड़क निर्माण के एक साल बाद से खराब हो जाने एवं नेपाली गागन नदी के बाढ़ के पानी का बहाव के कारण सड़क अपनी पहचान खो दिया है। सड़क निर्माण के बाद तीन बार सांसद और तीन बार विधायक का चुनाव हुआ। सांसद एवं विधायक से लोगों ने शिकायत करते हुए सड़क की दुर्दशा से अवगत कराया। लोगों ने चुनाव जीतने के बाद प्रथम प्राथमिकता में सड़क निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया था। परंतु एक दशक से सड़क का पुनः निर्माण तो दूर मरम्मत कार्य कर लोगों के चलने लायक भी नहीं बनाया जा सका है। लोगों का कहना है कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ से टूटी सड़क को पंचायत के मुखिया द्वारा ईट डालकर चालू तो किया जाता है, परन्तु लाखों रुपए का निकासी कर लिया जाता, परंतु स्थाई समाधान नहीं किया जाता है।