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- थप्पड़ मारने और गाली देने का भी है आरोप, प्रसव के बाद बच्चा मरा
मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड के स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक गंभीर मामला सामने आया है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि प्रसव के दौरान एएनएम मौसमी कुमारी ने उससे पैसे मांगे। पीड़ित महिला का कहना है कि एएनएम ने प्रसव के लिए ₹500/- रुपये की मांग की और बाद में ₹10,000/- रुपये की मांग की। पीड़िता के अनुसार, जब उसने पैसे देने से मना किया तो एएनएम ने उससे अभद्र व्यवहार किया और प्रसव में देरी की। महिला का आरोप है कि एएनएम ने उसे थप्पड़ भी मारा और बच्चे के जन्म के बाद उसे रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्य से, बच्चा जन्म के तुरंत बाद मर गया।
पीड़िता ने इस मामले की शिकायत सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से की है। उन्होंने मांग की है कि एएनएम मौसमी कुमारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
यह है पूरा मामला :
वहीं पीड़िता ममता कुमारी ने कहा की वह 4 अक्टूबर(शुक्रवार), 2024 को रात 11 बजे प्रसव के लिए खुटौना सीएचसी पहुंची थी। प्रसव कक्ष में मौजूद एएनएम मौसमी कुमारी ने उससे ₹500/- रुपये दवा के नाम पर लिए। इसके बाद, जब पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई तो एएनएम ने उससे ₹10,000/- रुपये की मांग की और प्रसव करने से इनकार कर दिया। मौसमी कुमारी ने उन्हें थप्पड़ भी मारा और गली भी दी।
वहीं पीड़िता के परिजन चंद्रकांता देवी के अनुसार, मौसमी कुमारी केवल पैसे देने वाले मरीज को ही देखती है। चंद्रकांता देवी के अनुसार, एएनएम मौसमी कुमारी का पदस्थापन स्थान एकहत्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। लेकिन वह खुटौना सीएचसी में पैसे कमाने के लिए आती रहती है।
क्या कहते हैं अधिकारी :
खुटौना सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० विजय मोहन केशरी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत आई है। उन्होंने मामले को लेकर कहा की पीड़िता 11 बजे रात में प्रसव पीड़ा को लेकर आई थी।
प्रसव के बाद काफी प्रयास के बाद भी बच्चा रोया नहीं, तो उसे रेफर कर दिया गया था। वहीं रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ० पीतांबर साह ने बताया कि अभी मौसमी कुमारी के खिलाफ उचित देखभाल न करने और उपस्थित डॉक्टर द्वारा ससमय रेफर नही करने की शिकायत मिली है। स्वास्थ्य विभाग इस मामले की जांच करेगा। मामले को लेकर एक जांच कमिटी भी बना दी गई। यदि जांच में एएनएम मौसमी कुमारी या जो कोई भी दोषी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण :
यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है। यह दिखाता है कि कैसे कुछ स्वास्थ्य कर्मचारी गरीब और असहाय लोगों का फायदा उठाते हैं। इस मामले से यह भी पता चलता है कि हमारे सरकारी अस्पतालों में मरीजों को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।