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लदनियां
मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित लदनियां प्रखंड क्षेत्र के बाजार में इस साल धनतेरस, दिवाली को लेकर बाजार की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है।
महंगाई की मार से कारोबारी और ग्राहक दोनों परेशान हैं। धनतेरस पर्व में आमतौर पर लोग बर्तन,आभूषण,कपड़ा,टीवी,फ्रिज और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की खरीदारी करते हैं। परंतु इस वर्ष एक ओर जहां बढ़ती कीमतों ने खरीदारी पर गहरा असर डाला है। वहीं लोगों को बाढ़ एवं सुखाड़ के कारण कमर टूटा हुआ है। यहां के किसान आर्थिक रूप से टूट गया है।
जिले के लदनियां,पिपराही,खाजेडीह, पदमा बाजार एवं चौक में बर्तन के थोक और खुदरा व्यापारी मिन्टू शहजाद, बिनोद प्रसाद,अनिल साह,संतोष गुप्ता, गुंजेश चौधरी ने बताया कि महंगाई के कारण सोना-चांदी एवं बर्तन मंगाने की हिम्मत नहीं हो रही है। अगर कर्ज लेकर सामान मंगाया भी जाय तो बिक्री नहीं है, कारोबार मंदा है।
उन्होंने कहा कि पीतल के बर्तन की कीमत 600 रुपये से बढ़कर 800 रुपये प्रति किलो हो गई है, जबकि तांबा 600 रुपये से बढ़कर 1200 रुपये हो गया है और स्टील 250 रुपये से बढ़कर 350 रुपये प्रति किलो हो गया है।
वहीं, हार्डवेयर व्यवसाई मिंटू साहऔर कपड़ा व्यवसायी संजीव कुमार दास ने भी इस बात की पुष्टि की कि महंगाई के चलते बाजार पर गहरा असर पड़ रहा है।उनका मानना है कि इस धनतेरस और दीपावली के दौरान व्यापार प्रभावित हो सकता है। खरीदारी के लिए आए ग्राहकों ने भी अपनी परेशानी व्यक्त की। उनका कहना है कि महंगाई की वजह से इस बार दीपावली के त्योहार में भी जरूरी सामान खरीदना मुश्किल हो गया है। अगर यही हाल रहा, तो इस साल दीपावली का उत्साह फीका पड़ सकता है। महंगाई की वजह से जहां व्यापारी चिंतित हैं, वहीं ग्राहकों के बीच भी त्योहार को लेकर उत्साह में कमी दिख रही है।