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गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रही आयरन और कैल्शियम की दवाइयां।
15 दिनों से स्टोर रूम में लटक रहे हैं ताले।
फुलवारीशरीफ स्टोर कीपर की आत्महत्या के बाद अभी तक नहीं खुले स्टोर रूम के ताले।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना अभियान के फुलवारी शरीफ में शनिवार को खुलेआम धज्जियां उड़ती नजर आई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवाइयों के लिए पहुंची गर्भवती महिलाएं खाली हाथ लौट गई। स्टोर रूम में 15 दिनों से लटक रहे ताला खोलने में अस्पताल प्रशासन भी पूरी तरह असहाय नजर आ रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्लर्क सह स्टोर कीपर रवि कुमार की आत्महत्या के बाद आज तक इस तो रूम में ताले लटकते नजर आ रहे हैं।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान योजना प्रत्येक माह के 9 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित होता है। इस मौके पर शहरी एवं ग्रामीण गर्भवती महिलाओं के बीच आईरन, कैलशियम सहित कई दवाओं का वितरण और जांच किया जाता है।
बताते चलें कि लगभग 15 दिन पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कलर रवि कुमार ने गर्दनीबाग में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। स्टोर रूम की चाबी रवि कुमार के पास ही थी इसलिए आज तक स्टोर रूम खोलने की प्रक्रिया कागजों में उलझ कर रह गई।
स्टोर रूम बंद रहने का कुप्रभाव पूरे अस्पताल पर दिख रहा है। स्टोर बंद होने के कारण आवश्यक दवाइयां वितरण में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि स्टोर रूम खोलने के लिए अस्पताल के प्रभारी ने सिविल सर्जन को आवेदन दिया था इसके बावजूद भी 15 दिन गुजर जाने के बाद आज तक कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। 9 जुलाई को प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की दवाइयां नहीं मिल सकी।
इस मामले को लेकर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ आर के चौधरी ने बताया कि विभाग के द्वारा आवेदन सदर अनुमंडल पदाधिकारी को लिखने के लिए बोला गया है।