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पटना/प्रसिद्ध यादव।
आतंकियों से कैसे निपटा जाये और उसे खात्मा किया जाए ये कोई अमेरिका से सीखे। इसने अपने देश पर आतंकी हमला करने वाले लादेन को और अब अयमान अल जवाहिरी को मांद में से ढूंढकर मार गिराया।ऐसे खतरनाक आतंकी का सफाया होना दुनिया के लिए सकून की ख़बर है। अल जवाहिरी एक आँख के डॉक्टर था,लेकिन धार्मिक कट्टरता के कारण आतंकी बना और परिणाम सामने है।
भारत को इसी तरह आतंकियों को नेसनाबूत करना चाहिए। हालांकि केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण जम्मू कश्मीर में आतंकी बिल में छुपे हुए हैं, पत्थरबाज नज़र नही आ रहे हैं। जम्मू कश्मीर में जिसतरह पत्थरवाजों को सबक सिखाया गया कि अब कोई पत्थर हाथ में लेने से कतराते हैं। कुछ मानवाधिकार संगठनों ने इसका विरोध किया था लेकिन उन्हें यह भी बताना चाहिए था कि पत्थरवाजों को कैसे रोका जाए? भारत में भी जिसतरह आतंकियों को फाँसी दी गई, राष्ट्रपति द्वारा कोई क्षमा याचना स्वीकार नहीं किया गया एक बहुत बड़ा आतंकियों को सबक थी।
अमेरिकी ड्रोन हमले में आतंकियों का सरगना अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी शनिवार को मारा गया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की. बाइडेन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “शनिवार को, मेरे निर्देश पर, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में सफलतापूर्वक हवाई हमला किया और अल कायदा अमीर अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वहां लोगों को न्याय दिया गया है, “इसमें कितना भी समय लगे, चाहे आप कहीं भी छिप जाएं, अगर आप हमारे लोगों के लिए खतरा हैं, तो अमेरिका आपको ढूंढेगा और आपको बाहर निकालेगा.” से बयानों से आतंकियों के होश उड़ गए हैं।