लदनियां/मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड स्थित मनरेगा कार्यालय में योजना के नाम पर मुंह मांगा रिश्वत नहीं देने पर मुखिया एवं पीटीए के बीच धक्का-मुक्की होने की बात सामने आया।
उक्त आशय का पुष्टि इस घटना से सम्बंधित वायरल वीडियो से होता है, जबकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते है।
वायरल वीडियो जांच से असलियत सामने आयेगा :
मिली जानकारी के मुताबिक लदनियां प्रखंड के गिधवास पंचायत के मुखिया अजय कुमार साह एवं पंचायत तकनीकी सहायक यानी पीटीए मनोज कुमार आचार्य के बीच नहर उड़ाही के नाम पर पचास हजार रुपये रिश्वत देने की बात हुई थी।
मुखिया अजय कुमार साह के मुताबिक गिधवास पंचायत के रोजगार सेवक यानी पीआरएस पंकज को तत्काल 25 हजार रुपये दिया था।
बावजूद मनरेगा कार्यालय में चयनित योजना के स्थान पर शून्य अंकित था। करीब दो सप्ताह बाद मुखिया अजय कुमार साह मनरेगा कार्यालय पहुंचा।मनरेगा कार्यालय में सिस्टम पर चयनित योजना के स्थान शून्य अंकित देखकर आग बबूला हो गया।
उन्होंने पीटीए मनोज कुमार आचार्य से चयनित योजना शून्य होने की बात पूछा।
पीटीए मनोज कुमार आचार्य ने रिश्वत राशि 50 हजार रुपये नहीं देने की बात कहीं।
इधर मुखिया अपनी बात पर अड़े रहे। मुखिया ने 25 हजार रुपये पंकज के मार्फत देने की बात कही। मौके पर पीआरएस पंकज मौजूद थे, पर 25 हजार रुपये सम्बंध में कुछ नहीं बोला। इसी बीच रिश्वत के सवाल पर मुखिया एवं पीटीए के बीच धक्का-मुक्की होने लगा। उपस्थित लोगों ने दोनों के बीच हो रहे धक्का-मुक्की रोका।
मनरेगा कार्यालय में रिश्वत के सवाल पर हुई धक्का-मुक्की घटना चौतरफा जांच की मांग उठने लगा है।
इधर रंजीत कुमार मिश्र मनरेगा पदाधिकारी ने पूछने पर बताया कि पीटीए का स्थानांतरण बेनीपट्टी हो चुका है, जिसे विरामित कर दिया गया है।

