मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों दुर्गापूजा के अवसर पर जगह-जगह पूजा पंडालों में हो रहे मंत्रोच्चारण से संपूर्ण प्रखंड का वातावरण देवीमय हो गया है।
प्रखंड के सभी 15 पंचायतों में माता भगवती दुर्गा की पूजा उपासना में लोग लीन दिखाई पड़ते हैं। आज नवरात्र के चौथे दिन मां दुर्गा के चौथे स्वरूप भगवती मां कुष्मांडा की पूजा हुई। श्रद्धालुओं का दुर्गा मंदिरों एवं पूजा पंडालों में आवागमन बढ़ गया है। लोग सुबह चार बजे से ही फूल, बेलपत्र,पान, गंगा जल मिश्रित जल एवं धपवती लेकर मंदिर परिसर में पहुंच जाते हैं।
इस बार लदनियां बाजार, दोनवारी, पिपराही, खाजेडीह, पदमा, सिधपकला, एवं विषहरिया के दुर्गा मंदिर के समक्ष निर्मित पंडाल की शोभा निराली है। पिपराही में पश्चिम बंगाल से आए कारीगरों ने इसे भव्य आकृति प्रदान की है।
इस बाबत पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि सजावट का जो काम बाकी है, वह दिन-रात चल रहा है। पूजा समिति के सदस्यों के अनुसार सातवें दिन पट खुलने तक सजावट का काम पूरा हो जाएगा। सप्तमी से लेकर पूजा के समापन तक रात्रि जागरण, किर्तन, झिझिया, ड्रामा के साथ साथ नाच गान का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
यहां ग्रामीण कलाकारों के द्वारा लोकनृत्य,गायन,बादन कार्यक्रम में अपना जलवा बिखेर रहे हैं। लदनियां, पिपराही,दोनवारी,सिधपकला,योगिया, गाढ़ा सहित 21 स्थानों पर पर प्रतिस्थापित मां दुर्गा मूर्ति निर्माण स्थल में पूर्वाह्न के समय सप्तशती के मंत्र गुंजित होते रहते हैं।
शेष समय देवी गीत अनवरत बजाते रहते हैं जिससे मन आनंदित रहता है। शाम के समय सभी मंदिरों में मां दुर्गा को सांझ देने वाली महिलाओं का तांता लगा रहता है। इस अवसर पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूजा समिति के स्वयंसेवक मुस्तैद रहते हैं। इस बार पूजा की विशेषता यह है कि सरकार के आवाह्न पर पूजा पंडालों तथा मेला स्थलों पर साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
