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मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र लदनियां में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सिधपकला सहित प्रखंड क्षेत्र में 21 स्थानों पर प्रतिमा स्थापित कर हर्षोल्लास वातावरण में नवरात्र मनाया जा रहा है।
नवरात्र के छठवें दिन मंगलवार को मां भगवती के छठे स्वरूप मां कात्यायनी का पूजन किया गया।
सिधपकला गांव में विधिवत नवरात्रा पूजन से क्षेत्र में आस्था का केन्द्र बन गया है। श्रद्धालु भक्तजन दिन भर निराहार या फलाहार कर माता की पूजा एवं दुर्गा सप्तशती सस्वर पाठ करते है। संध्या में व्रतधारियो ने माता मंदिर में पूजन कर दीप प्रज्वलित करने के बाद अपने अपने घरों में कलश पूजन कर फलाहार करते हैं।
माता के इस स्वरूप पूजन से भक्तों के शरीर में शक्ति बढ़ता है, एवं पाप नष्ट हो जाता है। ग्रामीणों के सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया है। यहां सालों भर पंडित के द्वारा पूजा का विधान है और प्रत्येक दिन किर्तन, भजन, संध्या आरती होता है।
पूजा कमिटी अध्यक्ष मनोज कुमार यादव, सचिव रमेश प्रसाद नायक सहित अन्य सदस्यों ने बताया कि सिधपकला में 55 वर्षों से जनसहयोग से प्रतिमाएं बनाकर विधिवत शारदीय नवरात्र पूजन की जाती है। इस वर्ष मनोज मंडल एवं प्रमोद मंडल पुजारी है।
इस मौके पर मुखिया अशोक मंडल, दी रोहिका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक मधुबनी के जिला उपाध्यक्ष सह पैक्स अध्यक्ष देवकुमार यादव, सरपंच लालबिहारी यादव, पंसस के प्रतिनिधि रामकृष्ण नायक, चन्द्रवीर यादव,पूर्व शिक्षक जगदीश मंडल, प्रमोद राय, ललित यादव,पूर्व मुखिया केशव सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति मुख्य रूप से नवरात्र पूजन सफल बनाने सहयोग करते हैं।
पूजा कमिटी अध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने कहा सिधपकला में नवरात्र पूजन देखने हजारों के तादाद पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से भक्तजन आते हैं।
माता की भक्ति गीत एवं कीर्तन भजन एवं गगनभेदी जयकारे से आसपास के गांव माता रानीमय हो गया है।