Share this
जयनगर
मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के शहरी क्षेत्र में स्टैंड नहीं रहने से शहर के विभिन्न जगहों पर अनाधिकृत रूप से रेलवे की जमीन से सभी स्टैंड चलते हैं, जिससे सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है। जानकारी के अनुसार नगर पंचायत क्षेत्र के शहरी क्षेत्रों के विभिन्न जगहों में अधिकांश रेलवे की जगह पर स्टैंड को संचालित किया जा रहा है।
माल गोदाम स्थित तीन बस स्टैंड चल रहे हैं, जिसमे एक सरकारी स्टैंड भी शामिल हैं। सरकार द्वारा स्टैंड के लिए चिन्हित स्थलों पर स्टैंड के निर्माण नहीं करने से कई तरह के बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव देखने को मिलता है, जिस कारण सरकारी राजस्व को भारी क्षति पहुंच रही है।
एक तरफ जहां तहां स्टैंड संचालित होने के कारण शहर में जाम जैसी समस्या अपना पाव पसार रही है, तो दूसरी ओर घंटों जाम से प्रशासन के लिए सर का दर्द साबित होता है। बहरहाल शहीद चौक स्थित मिनी बस स्टैंड के अलावे माल गोदाम रोड के पास इस्तिथ बस स्टैंड के लिए जमीन तलाशी जा रही है।
बता दें कि जयनगर से मधुबनी, रहिका दरभंगा व पटना के बीच बडी छोटी बस से यात्री अपने गणतव्य तक आना-जाना करते हैं। लेकिन स्टैंड नहीं रहने से बस यात्रीयो को कई तरह की परेशानीयां झेलनी पड़ती है। बस स्टैंड रेलवे के जमीन पर होने के कारण नगर पंचायत प्रशासन भी यात्री हितों में कुछ नहीं कर सकते। सभी स्टैंड पर एक जैसा हाल देखने को मिल रहा है। मिनी बस स्टैंड, सरकारी व प्राईवेट बस स्टैंड, नेपाली रेलवे गुमती स्टैंड समेत अन्य जगहों पर चल रहे प्राईवेट स्टैंड से प्रति दिन दर्जनों की संख्या में यात्री बस का विभिन मार्गों पर आना जाना होता है। सूत्रों की मानें तो बस स्टैंड से जयनगर से लदनियां, लौकहा खुटौना व जयनगर उमगांव, हरलाखी, बासोपट्टी के बसों में काफी भीड़ रहती है।
भीड़ भाड़ वाले इन स्टैंड पर प्रशासनिक स्तर पर यान्नियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराएं गए हैं। यात्री शेड, रात्री में लाईट का प्रबंध, शौचालय एवं मूत्रालय के साथ शुद्ध पेयजल की व्यवस्था का घोर अभाव है। जयनगर के विभिन्न जगहों से संचालित प्राईवेट यात्री बस संचालकों के द्वारा सरकार को टैक्स दी जाती है, लेकिन स्थायी स्टैंड नहीं होने से इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
इस बाबत जयनगर बीडीओ राजीव रंजन
ने बताया कि स्टैंड के लिए उपयुक्त जमींन मिलने के बाद बस स्टैंड को स्थानान्तरित किया जाएगा।
आपको बता दें कि जयनगर के तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी आईएस राघवेन्द्र सिंह ने बस स्टैंड को डी.बी. कॉलेज के समीप कुआढ गांव स्थित सरकारी जमीन पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था, लेकिन उनके द्वारा भेजे गए प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है, जो कहीं सरकारी दफ्तारों के फाइलों में दब सा गया है।