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- सभी संवेदनशील छठ घाटों पर दंडाधिकारी और पर्याप्त पुलिस बल की होगी तैनाती
- सभी चिन्हित रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस बल/चौकीदारों की होगी प्रतिनियुक्ति
- सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर एसडीआरएफ/स्थानीय प्रशिक्षित गोताखोर/आपदा मित्र होंगे तैनात
- छठ के अवसर पर यातायात के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी
- निजी नाव के संचालन पर पूर्णतया रोक रहेगी
- पिपराघाट कार्तिक पूर्णिमा मेला को मिलेगा राजकीय मेला का दर्जा
- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा प्रतिबंधित पटाखों के इस्तेमाल के रोकथाम को लेकर दिए निर्देश
- बिना उचित अनुज्ञप्ति के पटाखे बेचना प्रतिबंधित
- बिना लाइसेंस के कोई भी जुलूस नही निकलेगा
- दीपावली में मिढाई की दुकानों पर भी होगी जाँच
मधुबनी
मधुबनी जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार की अध्यक्षता में जिले में शांतिपूर्ण एवं सौहाद्रपूर्ण वातावरण में दीपावली एवं छठ पर्व मनाए जाने को लेकर समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने उपस्थित सदस्यों को दीपावली और छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली एवं छठ पर्व हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है और हम सभी इसे शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं। उन्होंने कहा की साफ-सफाई, रौशनी की व्यवस्था और पटाखों के इस्तेमाल से लेकर घाटों पर जल की गहराई आदि सावधानी जैसे अहम बिंदुओं पर गौर करने की जरूरत है। सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर एसडीआरएफ/स्थानीय प्रशिक्षित गोताखोर/आपदा मित्र को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा प्रतिबंधित पटाखों के इस्तेमाल के रोकथाम को लेकर भी निर्देश दिए गये है। उन्होंने कहा कि बिना उचित अनुज्ञप्ति के पटाखे बेचना प्रतिबंधित है। इसलिए सभी थानाध्यक्ष इसका खयाल रखें और गैर कानूनी तरीके से पटाखे की बिक्री पर रोक लगाएं। बिना लाइसेंस के कोई भी जुलूस नही निकले, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील छठ घाटों पर दंडाधिकारी और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूजा के दौरान एसडीआरएफ की टीमें सजग होकर कर्तव्य का निर्वहन करेंगी। इस दौरान किसी निजी नाव के संचालन पर पूर्णतया रोक रहेगी।
बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे सभी छठ घाटों जहां पर्याप्त भीड़-भाड़ रहती है, पूजा समितियों से अपेक्षा है कि वॉच टॉवर का निर्माण करें, ताकि, भीड़ के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके। उन्होंने छठ घाटों पर सक्षम साउंड सिस्टम लगाने के निर्देश भी दिए, ताकि, छठ घाट पर लोगों को समय समय पर आवश्यक निर्देश दिया जा सके। सभी छठ घाटों पर बैरिकेटिंग अनिवार्य रूप से लगवाये। उन्होंने उपस्थित सभी सदस्यों को दीपावली एवं छठ की बधाई भी दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि कोई छठ घाट रेलवे ट्रैक के नजदीक अवस्थित हों, तो वहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल एवं चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से शांति समिति की बैठक में आए हुए लोगों से छठ पर्व के सफल आयोजन के लिए सुझाव भी मांगे। उपस्थित शांति समिति के सदस्यों ने बताया कि समूचे जिले में छठ पर्व को बेहद शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की परम्परा रही है, जो आगे भी जारी रहेगी। कई सदस्यों ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई और स्वच्छता के लिए अभियान चलाया जाय। बिजली के लटके हुए तारों को दुरुस्त करवाने की बात कही। इसके अतिरिक्त कई सदस्यों ने शांति एवं सौहाद्रपूर्ण वातावरण में पर्व मनाने को लेकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। जिलाधिकारी ने सभी सदस्यों को उनके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि प्राप्त सुझाव के आलोक में अग्रेतर करवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिपराघाट कार्तिक पूर्णिमा मेला को राजकीय मेला का दर्जा हेतु सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त दिपेश कुमार,नगर आयुक्त अनिल चौधरी,अपर समाहर्ता शैलेश कुमार, डिप्टी मेयर नगरनिगम मधुबनी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा सह एडीएम आपदा संतोष कुमार,डीपीआरओ परिमल कुमार, नजारत उपसमाहर्ता मयंक सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी अश्वनी कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी फुलपरास,अभिषेक कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपट्टी,मनीषा, अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर बीरेंद्र कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी झंझारपुर, जिले के सभी अनुमंडल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व शांति समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।